केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री का नया खुलासा
पटना/मुजफ्फरपुर : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने रविवार को एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम (एइएस) से बच्चों की हो रही मौत के संबंध में नया खुलासा किया. उन्होंने कहा कि मरनेवाले बच्चों में 92 प्रतिशत को जैपनीज इंसेफ्लाइटिस का टीका नहीं लगा था. उन्होंने बताया कि हम मृत बच्चों की जांच रिपोर्ट के आधार पर इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं. इसलिए जरूरी है कि टीकाकरण के प्रति लोगों को जागरूक करें. 22 व 23 को जेइ टीकाकरण किया जाना है.
मुजफ्फरपुर व आसपास के क्षेत्रों में इंसेफ्लाइटिस का कहर किस वायरस से हुआ है, यह अभी पकड़ में नहीं आया है, पर हम 100 फीसदी मानते हैं कि मृत बच्चे एइएस वायरस से नहीं मरे हैं. हमें इस वायरस को खोजने के लिए शोध की जरूरत है. इसके लिए देशी व विदेशी चिकित्सकों को जोड़ना पड़ेगा. उम्मीद करते हैं कि अगले साल से बच्चों की मौत नहीं होगी. कहा कि बच्चों की मौत के लिए किसी एक को जिम्मेवार नहीं ठहराया जा सकता हैं.
26 व 27 जून को अमेरिका जायेंगे : डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि मैं 26-27 को अमेरिका जाऊंगा, वहां चिकित्सकों से देश की स्वास्थ्य व्यवस्था पर चर्चा होगी. इसमें इंसेफ्लाइटिस पर भी चर्चा की होगी और इसके लिए बिहार व यूपी की सभी रिपोर्टो को लेकर जाऊंगा.
एसकेएमसीएच में 250 सीटें : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि एसकेएमसीएच, मुजफ्फरपुर में एमबीबीएस की सीटें 150 से 250 करने के लिए एमसीआइ को प्रस्ताव भेजा जायेगा. एसकेएमसीएच में जाने के बाद ऐसा लगा कि यहां मेडिकल छात्रों की संख्या बढ़ाने की जरूरत है.
एसकेएमसीएच में 100 बेडों का शिशु आइसीयू : एसकेएमसीएच के शिशु विभाग में 100 बेडों का शिशु आइसीयू बनाया जायेगा. इसके साथ ही आस-पास के सरकारी अस्पतालों में 10 बेडों का आइसीयू भी तैयार किया जायेगा.
एनपीए लेकर निजी प्रैक्टिस करना गुनाह : उन्होंने कहा, चिकित्सक को एनपीए नहीं मिलता है, तो निजी प्रैक्टिस कर सकते हैं. पर जिन्हें मिलता है, वह निजी प्रैक्टिस करते हैं, तो यह गुनाह हैं. इसके लिए राज्य सरकार को कड़े कदम उठाने की जरूरत है.
एम्स, पटना को मिलेगी 100 एकड़ जमीन : डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि एम्स, पटना दुनिया का सबसे प्रतिष्ठित सेंटर बने, इसके लिए वहां की कमियों को दूर कर 25 दिसंबर तक काम पूरा करने का निर्देश दिया है. एम्स का दायरा बढ़े, इसके लिए 50 से 100 एकड़ और जमीन की जरूरत पड़ेगी और इसके लिए मुख्यमंत्री से बात भी हुई है.
एइएस से और छह बच्चों की मौत
मुजफ्फरपुर : मॉनसूनी बारिश होने के बाद भी एइएस से बच्चों की मौत का सिलसिला जारी है. हालांकि नये मरीज के भरती में कुछ कमी आयी है. रविवार को एसकेएमसीएच में छह बच्चों की मौत हो गयी. सात नये मरीज भरती हुए. वहीं केजरीवाल में चार नये मरीज को भरती किया गया है. अब तक 155 बच्चे की मौत हो चुकी है.