भारतीय महिला मुक्केबाज एम सी मैरीकाम ओलंपिक के लिये क्वालीफाई नहीं कर सकीं, विश्व चैम्पियनशिप के दूसरे राउंड में हारी. पांच बार की चैम्पियन मैरीकाम ने 19 मई को एआईबीए विश्व महिला मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में अपने शुरूआती मुकाबले में स्वीडन की जूलियाना सोडरस्ट्रोम को हराकर अपना अभियान शानदार ढंग से शुरू किया. लेकिन दूसरे राउंड में वे जीत का सिलसिला बरकरार नहीं रख पायीं. इस हार के साथ ही मैरीकॉम रियो ओलंपिक में डिसक्वालिफाई कर गयीं. मैरीकाम (51 किग्रा) ने पूरी तरह से एकतरफा मुकाबले में सोडरस्ट्रोम को 3-0 से शिकस्त दी.
अब वह दूसरे दौर में शनिवार को जर्मनी की एजीजे निमानी से भिड़ेंगी जिन्होंने एशियाई खेलों की कांस्य पदकधारी मंगोलिया की नंदिनतसेतसेग माइयागमुरदुलम को पराजित किया. मैरीकाम ने शनदार प्रदर्शन से अपनी प्रतिद्वंद्वी को पछाड़ा जो काफी लंबी थी. बत्तीस वर्षीय मैरीकाम ने टूर्नामेंट से पहले अपने रिफ्लेक्स पर काफी कड़ी मेहनत की थी और यह इस बाउट में भी साफ दिखायी क्योंकि उन्होंने आसानी से सोडरस्ट्रोम को पछाड़ दिया.
एशियाई खेलों की स्वर्ण पदकधारी मैरीकाम सिर्फ पदक ही नहीं बल्कि ओलंपिक कोटा हासिल करने पर भी निगाह लगाये हैं. उन्होंने सोडरस्ट्रोम के खिलाफ अपने हुक्स का बेहतर इस्तेमाल किया. बल्कि जब भारतीय मुक्केबाज ने आक्रमण किया तो स्वीडन की मुक्केबाज इससे अनभिज्ञ दिख रही थी.
यह प्रतिष्ठित टूर्नामेंट महिला मुक्केबाजों के लिये 51 किग्रा, 60 किग्रा और 75 किग्रा तीन ओलंपिक वर्गों में रियो के लिये क्वालीफाई करने का अंतिम टूर्नामेंट है. इसमें रियो ओलंपिक के लिये 12 कोटा होंगे जिसका मतलब है कि मुक्केबाजों को इन तीन वर्गों में अपना स्थान सुनिश्चित करने के लिये कम से कम सेमीफाइनल में जगह बनानी होगी.