किंग्स्टन : जमैका के ‘स्प्रिंट किंग’ उसेन बोल्ट ने पुष्टि की कि इस साल के ओलंपिक उनके अंतिम खेल होंगे. उन्होंने इस तरह तोक्यो में 2020 ओलंपिक तक अपना करियर बढ़ाने की संभावनाओं को खत्म कर दिया. बोल्ट ने जनवरी में यह खुलासा कर अपना ओलंपिक करियर लंबा करने की उम्मीदें बढा दी थीं कि उनके कोच ग्लेन मिल्स ने सुझाव दिया है कि उनकी फिटनेस उन्हें जापान तक खिला सकती है.
हालांकि बोल्ट ने एएफपी से साक्षात्कार में कहा कि इस साल रियो डि जिनेरियो में होने वाले खेल उनका ओलंपिक करियर खत्म कर देंगे जिसमें वह तीन और स्वर्ण पदक जीतने का लक्ष्य बनाये हुए हैं. बोल्ट ने कहा, ‘‘यह निश्चित रुप से मेरा अंतिम ओलंपिक होगा. ” उन्होंने कहा, ‘‘मेरे लिए और चार साल काफी मुश्किल होंगे, मैं जो प्रेरणा चाहता हूं, उसे बनाये रखना मुश्किल होगा, विशेषकर अगर मैं जो चाहता हूं वो मैंने रियो में हासिल कर लिया तो. ” बोल्ट ने कहा, ‘‘और चार साल तक इसी लय और जज्बे को कायम रखना मुश्किल होगा इसलिए निश्चित रूप से ये मेरे अंतिम खेल होंगे.
” बोल्ट 2008 और 2012 ओलंपिक में छह स्वर्ण पदक जीत चुके हैं. उन्होंने बार बार कहा है कि उनकी योजना लंदन में 2017 विश्व चैम्पियनशिप के बाद अपना करियर खत्म करने की है. वह उम्मीद लगाये हैं कि वह अगस्त में होने वाले रियो ओलंपिक में अपने पदकों की संख्या बढ़ाकर नौ स्वर्ण कर लें. बोल्ट ने कहा, ‘‘ओलंपिक में मेरा सबसे बड़ा सपना दोबारा तीन स्वर्ण पदक जीतना है. यही मेरा लक्ष्य है, मैं यही चाहता हूं. मैं इसी पर निगाह लगाये हूं क्योंकि यही मेरा लक्ष्य है और यही मेरा सपना है. ”