गुवाहाटी : भारत को 12वें दक्षिण एशियाई खेलों में आज भी कोई बड़ी चुनौती नहीं मिली जिसमें देश के तीरंदाजों, पहलवानों और भारोत्तोलकों ने लगातार तीसरे दिन दांव पर लगे अधिकांश स्वर्ण पदक जीतकर मेजबान देश का वर्चस्व कायम रखा.
कंपाउंड तीरंदजों ने दांव पर लगे सभी पांच स्वर्ण पदक अपने नाम किए जबकि पहलवानों ने छह में से पांच स्वर्ण पदक जीत लिए. भारोत्तोलकों ने भी सभी चार स्वर्ण पदक अपनी झोली में डाले. अपने खिलाडियों के शानदार प्रदर्शन की बदौलत भारत ने 48 स्वर्ण, 18 रजत और छह कांस्य पदक सहित कुल 72 पदक के साथ शीर्ष पर अपनी स्थिति मजबूत कर ली है.
श्रीलंका 11 स्वर्ण, 25 रजत और 23 कांस्य पदक के साथ दूसरे स्थान पर है जबकि तीसरे स्थान पर काबिज पाकिस्तान के चार स्वर्ण, 11 रजत और 11 कांस्य पदक हैं. भारत के स्वर्णिम अभियान की शुरुआत आज शिलांग में हुई जहां तीरंदाजों ने सभी पांच स्वर्ण पदक के अलावा दो रजत पदक भी जीते.
बांग्लादेश दो रजत और दो कांस्य से दूसरे जबकि भूटान एक रजत और एक कांसे से तीसरे स्थान पर रहा. सुबह के सत्र में पुर्वाशा शंदे, ज्योति वेनाम और लिली चानू की कम्पाउंड तिकड़ी ने बांग्लादेश को 228.217 से पराजित कर भारत के लिये तीरंदाजी में पहला स्वर्ण जीता. पूर्वाशा ने स्वर्ण पदकों की हैट्रिक लगायी. वह व्यक्तिगत चैम्पियन भी रही. उन्होंने एशियाई खेलों में टीम स्पर्धा के स्वर्ण और व्यक्तिगत रजत पदकधारी अभिषेक वर्मा के साथ मिलकर मिश्रित युगल में तीसरा स्वर्ण जीता.
टीम स्पर्धा में वर्मा ने लगभग परफेक्ट राउंड खेला, जिसमें उन्होंने संभावित 16 में से 15 परफेक्ट 10 हासिल किये. वर्मा व्यक्तिगत स्पर्धा के फाइनल में हमवतन रजत चौहान से दो अंक से हार गये. विश्व रैंकिंग में पांचवें नंबर के चौहान ने पुरुष वर्ग के रोमांचक फाइनल में अपनी रैंकिंग के अनुरुप प्रदर्शन करते हुए वर्मा को 144.142 से पराजित किया.
पूर्वाशा ने हमवतन ज्योति वेनाम पर 138.133 से जीत दर्ज कर दबदबा जारी रखा. अभिषेक ने रजत चौहान और मानस ज्योति चांगमाई के साथ मिलकर भूटानी प्रतिद्वंद्वियों को 230.219 से शिकस्त दी जिससे भारतीय पुरुष टीम ने स्वर्ण पदक हासिल किया. दिल्ली के इस तीरंदाज ने फिर पूर्वाशा के साथ मिलकर बांग्लादेश की सुष्मिता बानिक और मोहम्मद अनोवरुल कादर की मिश्रित जोड़ी को 156.138 से हराकर शीर्ष स्थान हासिल किया.
स्क्वाश में स्टार खिलाडी जोशना चिनप्पा ने महिला व्यक्तिगत स्पर्धा के तनावपूर्ण फाइनल में पाकिस्तान की मारिया तूरपाकी वजीर को हराकर स्वर्ण पदक जीता. शीर्ष वरीय और विश्व रैंकिंग में 14वें स्थान पर काबिज चिनप्पा ने एक सेट से पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए आर जी बरुआ स्पोर्ट्स परिसर में दूसरी वरीय वजीर को 10-12 11-7 11-9 11-7 से शिकस्त दी.
चिनप्पा के स्वर्ण से भारत ने अभी तक स्क्वाश में तीन पदक जीत लिये हैं जिसमें सौरव घोषाल और हरिंदर पाल सिंह संधू ने कल पाकिस्तानी प्रतिद्वंद्वियों से हारने के बाद कांस्य पदक प्राप्त किये थे. भारतीय पहलवानों ने कुश्ती में दांव पर लगे कुल 16 में से 14 स्वर्ण पदक जीतकर इस स्पर्धा में अभियान का शानदार तरीके से अंत किया. भारत ने आज दांव पर लगे छह में से पांच स्वर्ण और एक रजत पदक अपनी झोली में डाला.
शिल्पी शियोरान ने आज भारत के लिये स्वर्ण पदक की शुरुआत की. उन्होंने महिला 63 किग्रा फाइनल में बांग्लादेश की फरजाना शरमीन को हराया. रजनी ने 69 किग्रा वर्ग में बांग्लादेश की शिरिन सुल्ताना को और निक्की ने 75 किग्रा में श्रीलंका की डब्ल्यू वीरासिंह को शिकस्त देकर स्वर्ण पदक जीते.
पुरुषों में मौसम खत्री और प्रदीप ने क्रमश: 97 किग्रा और 74 किग्रा में स्वर्ण जीते जबकि मंदीप 125 किग्रा फाइनल में पाकिस्तान के जमान अनवर से हार गये जिससे उन्हें रजत पदक से संतोष करना पडा. भारतीय भारोत्तोलकों को आज भी कोई चुनौती नहीं मिली और उन्होंने दांव पर लगे सभी चार स्वर्ण पदक अपने नाम किए.
विक्टर अभिलाष क्रिस्टोफर (पुरुष 105 किग्रा), प्रदीप (पुरुष 94 किग्रा), विकास ठाकुर (पुरुष 85 किग्रा) और कविता देवी (महिला 75 किग्रा) ने आज स्वर्ण पदक जीते. भारत ने आज चार स्वर्ण पदक सहित भारोत्तोलन में अब तक 11 स्वर्ण पदक (पुरुष वर्ग में छह और महिला वर्ग में पांच) जीते हैं.
भारतीय साइकिलिस्टों ने लगातार तीसरे दिन दबदबा बनाते हुए दोनों स्वर्ण पदक जीते. भारतीय टीम ने महिला 40 किमी टाइम ट्रायल और पुरुष 70 किमी टाइम ट्रायल स्पर्धाओं के स्वर्ण जीते जिससे भारत के इस स्पर्धा में पांच स्वर्ण, तीन रजत और एक कांस्य पदक हो गये हैं. महिला 40 किमी टाइम ट्रायल के फाइनल में टी विद्यालक्ष्मी, रुतुजा सतपुते, जी मनीषा और चाओबा देवी की भारतीय चौकडी ने 59 मिनट 23.5 सेकेंड के समय से स्वर्ण पदक जीता.
श्रीलंका और पाकिस्तान ने क्रमश: रजत और कांस्य पदक जीते. पुरुष 70 किमी टाइम ट्रायल के फाइनल में अरविंद पंवार, मंजीत सिंह, दीपक कुमार राठी और मनोहर लाल बिश्नोई की भारतीय टीम ने एक घंटे 29 मिनट और 37.840 सेकेंड से स्वर्ण पदक हासिल किया. पाकिस्तान ने रजत और श्रीलंका ने कांसा जीता.
शिलांग में वुशु में एम पुनशिवा मेईतेई ने पुरुष नानक्वान वर्ग में और स्वाच्छा जाटव ने महिला नानक्वान वर्ग में भारत के लिये क्रमश: स्वर्ण और रजत पदक हासिल किये. भारत के इस खेल में अब दो स्वर्ण, एक रजत और एक कांस्य पदक हो गये हैं. भारत के लिये वुशु में तीन और पदक सुनिश्चित हो गये हैं, सानतोई देवी (52 किग्रा), अनुपमा देवी (60 किग्रा) और पूजा कादियान (70 किग्रा) ने अपने वर्गों के फाइनल में प्रवेश कर लिया है. उधर तैराकी में पहले दो दिन दबदबा बनाने वाले भारत को तीसरे दिन श्रीलंका के तैराकों से कडी टक्कर मिली.
भारत आज तीन ही स्वर्ण पदक जीत पाया जबकि इतने ही स्वर्ण पदक श्रीलंका की झोली में गए. बांग्लादेश ने एक स्वर्ण जीता. भारत ने आज तीन स्वर्ण, चार रजत और एक कांस्य पदक अपने नाम किया. खेलों में पहले ही दो स्वर्ण जीत चुके सेजवाल ने 50 मीटर ब्रेस्टस्ट्रोक में 28.79 सेकेंड के खेलों के नये रिकार्ड समय के साथ अपना तीसरा स्वर्ण पदक जीता.
वी मालविका ने महिला 800 मीटर फ्रीस्टाइल में शीर्ष स्थान हासिल किया जबकि पीएस मधू ने पुरुष 100 मीटर बैकस्ट्रोक में भारत के लिए तीसरा स्वर्ण पदक जीता. भारत के लिए सानु देवनाथ (पुरुष 400 मीटर व्यक्तिगत मेडले), माना पटेल (महिला 100 मीटर बैकस्ट्रोक), सेतु मानिकावेल (पुरुष 100 मीटर बैकस्ट्रोक) और पुनीत राणा (पुरुष 50 मीटर ब्रेस्टस्ट्रोक) ने रजत पदक जीते. माना पटेल ने महिला 50 मीटर फ्रीस्टाइल में भी कांस्य पदक हासिल किया.