पैरा एथलीटों के लिए यूरोप दौरा हॉरर शो बन गया है. नेत्रहीन पारालंपिक खिलाड़ी कंचनमाला पांडे को देश लौटने के लिए अपने दोस्त से पैसे उधार लेने पड़े. मामला जब मीडिया में आया तो काफी हंगामा हुआ. इधर इस मामले में खेल मंत्री विजय गोयल ने भारतीय पैरालिंपिक समिति से 10 दिन के अंदर रिपोर्ट देने को कहा कि पैरा तैराक कंचनमाला पांडे को बर्लिन में खुद का इंतजाम करने के लिए छोड़ दिया गया, जबकि सरकार पैरा एथलीटों के लिये समय पर धन राशि जारी कर दी थी.
गोयल ने कहा कि मंत्रालय ने साइ के जरिये 75 प्रतिशत राशि 3.21 लाख रुपये जारी किये, जो भारतीय पैरा ओलिंपिक समिति को समय पर अग्रिम भुगतान के तहत की गयी थी. राशि पीसीआइ के खाते में 22 जून, 2017 को ट्रांसफर की गयी थी.