Yuvraj Singh on Shubman Gill Captaincy: टीम इंडिया पूर्व बल्लेबाज युवराज सिंह को लगता है कि हाल के इंग्लैंड दौरे पर शुभमन गिल का प्रदर्शन अविश्वसनीय था क्योंकि 5 टेस्ट मैचों की सीरीज से पहले विदेशी हालात में उनकी बल्लेबाजी पर सवाल उठाए जा रहे थे. हाल में एंडरसन-तेंदुलकर टेस्ट सीरीज के दौरान गिल ने 4 शतक बनाए और 754 रन के साथ सीरीज के टॉप स्कोरर रहे. इस उपलब्धि ने उन्हें सेना (दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया) देश में टेस्ट सीरीज में 700 से अधिक रन बनाने वाला पहला एशियाई बल्लेबाज बना दिया और इस प्रदर्शन ने मेहमान टीम को 5 टेस्ट मैचों की सीरीज 2-2 से ड्रॉ कराने में मदद की.
नहीं खलने दी रोहित-कोहली की कमी
भारत के तीन दिग्गज विराट कोहली, रोहित शर्मा और रविचंद्रन अश्विन के लंबे प्रारूप के क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद 25 वर्षीय गिल ने इस मुश्किल दौरे पर युवा टेस्ट टीम का नेतृत्व किया. युवराज ने महिला क्रिकेट विश्व कप टूर्नामेंट के 50 दिन की उलटी गिनती पर आयोजित ‘50 डेज टू गो’ कार्यक्रम के इतर आईसीसी डिजिटल से कहा, ‘उनके विदेशी रिकॉर्ड पर कई सवालिया निशान थे. वह (गिल) कप्तान बने और चार टेस्ट शतक जड़े. यह अविश्वसनीय है कि जब आपको जिम्मेदारी दी जाती है तो आप उसे कैसे लेते हैं.’
सीरीज ड्रा को युवराज ने बताया जीत
उन्होंने कहा, ‘इसलिए मुझे उन पर (भारतीय टीम पर) बहुत गर्व है. मुझे निश्चित रूप से लगता है कि यह हमारी जीत है, हालांकि यह सीरीज ड्रॉ रही क्योंकि यह युवा टीम है और इंग्लैंड में जाकर खेलना और खुद को साबित करना आसान नहीं है.’ विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत, आकाश दीप और अर्शदीप सिंह के चोटिल होने और उनके मुख्य तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के कार्यभार के कारण केवल तीन मैच खेलने के बावजूद सीरीज में भारत का दृढ़ संकल्प दिखा और उन्होंने ओवल में पांचवें टेस्ट में छह रन से रोमांचक जीत हासिल कर सीरीज बराबर कर दी.
गिल के मेंटोर रहे हैं युवराज सिंह
गिल के ‘मेंटोर’ (मार्गदर्शक) रहे युवराज ने कहा कि कोहली और रोहित जैसे खिलाड़ियों के बिना भी भारतीय टीम ने चुनौती का डटकर सामना किया. उन्होंने कहा, ‘यह वाकई शानदार है क्योंकि मुझे लगता है कि जब आपके पास इंग्लैंड जाने वाली युवा टीम होती है तो बहुत दबाव होता है. आप विराट कोहली, रोहित शर्मा जैसे खिलाड़ियों की जगह ले रहे होते हैं, यह आसान नहीं होता. खिलाड़ियों ने इसका डटकर सामना किया.’ उन्होंने ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर के प्रयासों की भी सराहना की, जिनकी लंबी साझेदारी की बदौलत भारत ने मैनचेस्टर में चौथा टेस्ट ड्रॉ कराया.
युवराज ने कहा, ‘टूर्नामेंट में वह पल शानदार था जब भारत ने टेस्ट सीरीज ड्रॉ कराई. मैंने बहुत लंबे समय से वाशिंगटन और जडेजा को शतक बनाते और टेस्ट मैच ड्रॉ कराते नहीं देखा.’ उन्होंने कहा, ‘यह बहुत कुछ कहता है। निश्चित रूप से जडेजा लंबे समय से टीम में हैं. लेकिन मुझे लगता है कि टीम में युवा खिलाड़ी वाशिंगटन सुंदर ने जो किया वह अविश्वसनीय था.’
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