Ruturaj Gaikwad and Rajat Patidar not Get Place in Team: ऋतुराज गायकवाड़ और रजत पाटीदार ने हाल ही में दलीप ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन कर चयनकर्ताओं का ध्यान खींचा. गायकवाड़ ने वेस्ट जोन के खिलाफ 200 रन (184 और 16) बनाए तो वहीं पाटीदार ने सिर्फ तीन पारियों में एक शतक और दो अर्धशतक की मदद से 268 रन ठोक दिए. इसके बावजूद दोनों खिलाड़ियों को ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ होने वाली सीरीज के लिए इंडिया ए टीम में जगह नहीं मिली. सवाल उठता है कि जब घरेलू स्तर पर प्रदर्शन को ही कसौटी माना जाता है तो फिर इन दोनों को क्यों नजरअंदाज किया गया? दरअसल इसके पीछे कई कारण हैं, जिन पर क्रिकेट विशेषज्ञ और चयनकर्ता नजर डाल रहे हैं.
हालिया रिकॉर्ड चिंता का विषय
पूर्व भारतीय ओपनर आकाश चोपड़ा ने ऋतुराज गायकवाड़ के चयन न होने पर अपनी राय दी. उन्होंने कहा कि गायकवाड़ भले ही दलीप ट्रॉफी में बड़ा स्कोर बना चुके हों, लेकिन जब-जब उन्हें इंडिया ए के साथ मौका मिला, वह खुद को साबित नहीं कर पाए. 2024 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर इंडिया ए के लिए कप्तानी करते हुए गायकवाड़ ने 4 पारियों में केवल 20 रन बनाए थे. इंग्लैंड दौरे पर भी उन्हें टीम में शामिल किया गया, लेकिन खेलने का अवसर नहीं मिला. इसके अलावा हाल के दलीप ट्रॉफी और ईरानी कप में उनका प्रदर्शन सामान्य ही रहा.
गायकवाड़ ने पिछले दो रणजी सीजन में भी केवल चार मैच खेले हैं क्योंकि वह ज्यादातर चोटिल रहे. यही वजह है कि चयनकर्ताओं को लगता है कि उनकी उपलब्धता और निरंतरता पर भरोसा करना कठिन है.
क्यो गायकवाड़ हो रहे नजरअंदाज?
आकाश चोपड़ा ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा “ऋतुराज गायकवाड़ का हालिया प्रदर्शन ठीक है, लेकिन चयन करते समय सिर्फ आंकड़े नहीं देखे जाते. कई बार यह ‘आई टेस्ट’ होता है, यानी आप मैदान पर जो देख रहे हैं, वही सबसे अहम है. गायकवाड़ ने दलीप ट्रॉफी में औसतन 38 रन बनाए, ईरानी कप और ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ भी बड़ी पारियां नहीं खेल पाए. इसलिए फिलहाल उनकी जगह नहीं बनती.”
उन्होंने यह भी जोड़ा कि शिखर धवन या श्रेयस अय्यर की तुलना में गायकवाड़ की स्थिति अलग है क्योंकि उनके पास घरेलू क्रिकेट का लगातार मजबूत बैकअप मौजूद नहीं है.
पाटीदार को डेब्यू सीरीज ले डूबी
रजत पाटीदार की स्थिति थोड़ी अलग है. वह पहले ही भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट खेल चुके हैं. इंग्लैंड के खिलाफ 2024 में उन्हें छह पारियों का मौका मिला लेकिन वह केवल 63 रन ही बना पाए. चयनकर्ताओं ने उस असफलता को अब तक भुलाया नहीं है.
आकाश चोपड़ा के मुताबिक “पाटीदार को जिस समय मौका मिला, वह सुनहरा अवसर था. इंग्लैंड में पिचें भी बल्लेबाजी के लिए आसान थीं. लेकिन वह रन नहीं बना पाए और तभी से टीम इंडिया व इंडिया ए दोनों से बाहर हो गए.”
32 साल की उम्र में पाटीदार का समय धीरे-धीरे निकलता दिखाई दे रहा है. हालांकि उन्होंने दलीप ट्रॉफी में लगातार रन बनाए, लेकिन चयनकर्ताओं ने उन्हें फिलहाल भविष्य की योजनाओं से बाहर कर दिया है.
नई सोच के साथ आगे बढ़ रही चयन समिति
BCCI और चयनकर्ताओं का फोकस अब युवा खिलाड़ियों पर है. यही कारण है कि ऑस्ट्रेलिया ए सीरीज के लिए घोषित इंडिया ए टीम में श्रेयस अय्यर (कप्तान), अभिमन्यु ईश्वरन, साई सुदर्शन, देवदत्त पडिक्कल, ध्रुव जुरेल, आयुष बादोनी जैसे नाम शामिल किए गए हैं. इनके अलावा तेज गेंदबाज़ी में प्रसिद्ध कृष्णा, खलील अहमद और यश ठाकुर को तरजीह मिली है.
स्पष्ट है कि चयनकर्ताओं ने घरेलू क्रिकेट में लगातार प्रदर्शन करने वाले और अपेक्षाकृत युवा खिलाड़ियों पर भरोसा जताया है. वहीं गायकवाड़ और पाटीदार को संदेश यह है कि केवल एक-दो टूर्नामेंट में अच्छा खेलना काफी नहीं, बल्कि लंबे समय तक निरंतर प्रदर्शन ही भारत ए और फिर सीनियर टीम में जगह दिला सकता है.
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