IND vs SA: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) जल्द ही भारतीय पुरुष और महिला क्रिकेट टीमों के लिए एक नया टाइटल प्रायोजक ढूंढ लेगा. ऑनलाइन गेमिंग पर भारत में बैन लगाये जाने के बाद ड्रीम 11 ने बीसीसीआई के टाइटल स्पॉन्सरशिप से हाथ खींच लिया है. तब से खिलाड़ियों की जर्सी पर से ड्रीम 11 का लोगो हट गया है. पिछले महीने, ‘ऑनलाइन गेमिंग संवर्धन और विनियमन विधेयक 2025’ लोकसभा में पेश किया गया था. ड्रीम 11 के साथ बीसीसीआई की 358 करोड़ रुपये की यह डील मार्च 2026 तक की थी, लेकिन अप्रत्याशित परिस्थितियों के कारण इसे समय से पहले ही समाप्त करना पड़ा. तब से बीसीसीआई को टीम के लिए एक टाइटल स्पॉन्स की तलाश है.
टीम इंडिया को जल्द ही मिलेगा नया प्रायोजक
बीसीसीआई को टीम इंडिया के लिए एक नए मुख्य प्रायोजक की तलाश में काफी मशक्कत करनी पड़ी. उन्होंने एक नई निविदा की घोषणा की, लेकिन मेन इन ब्लू को पुरुष टी20 एशिया कप 2025 में बिना किसी प्रायोजक के ही उतरना पड़ा. रुचि पत्र खरीदने की आखिरी तारीख 12 सितंबर है और बोली दस्तावेज जमा करने की आखिरी तारीख 16 सितंबर है. ऐसे में 26 सितंबर को बता चल जाएगा कि कौन-कौन सी कंपनियां इस रेस में शामिल हैं. इंडियन प्रीमियर लीग के अध्यक्ष अरुण धूमल ने आश्वासन दिया है कि अगले 15-20 दिनों में बीसीसीआई को नया प्रायोजक मिल जाएगा.
अरुण धूमल ने बताया कब तक होगा काम
बीसीसीआई की योजना 30 सितंबर से शुरू होने वाले महिला वनडे विश्व कप 2025 और 2 अक्टूबर से शुरू होने वाली पुरुषों की भारत बनाम वेस्टइंडीज टेस्ट सीरीज के लिए भारत के अभियान से पहले नये प्रायोजक को शामिल करने की है. धूमल ने प्लेकॉम 2025 शिखर सम्मेलन से इतर संवाददाताओं से कहा, ‘मुझे लगता है कि जो हो गया सो हो गया (ड्रीम11 के जाने पर). मैं इस बारे में बात नहीं करना चाहता. लेकिन जहां तक अगले प्रायोजक की बात है, हमने काम शुरू कर दिया है. मुझे यकीन है कि 2-3 हफ्तों में हमें यह पता चल जाएगा.’
बोली लगाने से प्रतिबंधित श्रेणियां
निषिद्ध श्रेणियां
शराब उत्पाद.
सट्टेबाजी या जुआ सेवाएं.
क्रिप्टोकरेंसी और उससे संबंधित व्यवसाय.
ऑनलाइन गेमिंग अधिनियम, 2025 के तहत ऑनलाइन मनी गेमिंग या कोई भी प्रतिबंधित गतिविधि.
तंबाकू उत्पाद.
कोई भी ब्रांड जो सार्वजनिक नैतिकता को ठेस पहुंचा सकता हो (जैसे पोर्नोग्राफी).
इस प्रकार की कंपनियों भी नहीं लगा सकती बोली
जहां बीसीसीआई के पास पहले से ही प्रायोजक हैं, जिसका अर्थ है कि किसी भी नये बोलीदाता पर तब तक विचार नहीं किया जाएगा जब तक कि वह मौजूदा साझेदार न हो.
एथलीजर और स्पोर्ट्सवियर निर्माता (एडिडास वर्तमान किट प्रायोजक)
बैंक, वित्तीय सेवाएं और एनबीएफसी (आईडीएफसी बैंक – वर्तमान शीर्षक प्रायोजक)
गैर-अल्कोहलिक ठंडे पेय (कैम्पा करंट – आधिकारिक भागीदार)
पंखे, मिक्सर ग्राइंडर और सुरक्षा ताले (एटमबर्ग टेक्नोलॉजीज – आधिकारिक भागीदार)
बीमा (एसबीआई लाइफ – आधिकारिक भागीदार)
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