Moeen Ali Reveals during Operation Sindoor Parents were in PoK: भारत-पाकिस्तान के बीच पहलगाम हमले के बाद सैन्य तनाव ने न सिर्फ कूटनीतिक और सुरक्षा हालातों को झकझोरा, बल्कि इसके असर की गूंज आईपीएल में भी सुनाई दी. 8 मई को पाकिस्तान की ओर से हमले के बाद इसे 10 दिनों तक स्थगित करना पड़ा, जिसकी वजह से इसका शेड्यूल भी बदलना पड़ा और कई विदेशी खिलाड़ियों को भारत से जाना पड़ा. इसमें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर मोईन अली भी शामिल रहे. अली की पारिवारिक जड़ें पाकिस्तान में हैं और इस संघर्ष के दौरान वे भारत में मौजूद थे. लेकिन उनकी चिंता सिर्फ खेल तक सीमित नहीं रही यह कहीं अधिक व्यक्तिगत थी. पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में अपने माता-पिता की मौजूदगी और भारत में अपनी पत्नी व बच्चों के साथ ठहरे मोईन अली ने उस तनावपूर्ण अनुभव को न सिर्फ झेला, बल्कि उसे खुलकर साझा भी किया. उन्होंने न सिर्फ आईपीएल से खुद को अलग किया, बल्कि खिलाड़ियों और आयोजकों के बीच पसरे असमंजस और भय के माहौल की तस्वीर पेश की.
मोईन अली उन कुछ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटरों में शामिल हैं जो भारत-पाकिस्तान संघर्ष के चलते नौ दिन के ठहराव के बाद शनिवार को दोबारा शुरू हुए आईपीएल में खेलने के लिए भारत नहीं लौटेंगे. इंग्लैंड के इस क्रिकेटर के लिए भारत और पाकिस्तान के बीच इस महीने की शुरुआत में शुरू हुए तनाव काफी बेचैन करने वाला था, क्योंकि उनके कुछ पारिवारिक सदस्य उस समय पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में थे, जब भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया था. इस दौरान मोईन अली अपनी पत्नी और बच्चों के साथ भारत में थे. आईपीएल 2025 सीजन उस समय थम गया था जब धर्मशाला में पंजाब किंग्स और दिल्ली कैपिटल्स के बीच का मैच पहले पारी में ही अचानक रोक दिया गया, क्योंकि देश के कुछ हिस्सों में ब्लैकआउट हो गया था.
मैं खुश था कि वे निकल पाए
भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव पर अपनी बेचैनी जाहिर करते हुए मोईन अली ने ‘बीयर्ड बिफोर विकेट’ पॉडकास्ट में कहा, “मेरे माता-पिता उस समय वास्तव में कश्मीर में ही थे. पाकिस्तान में, शायद हमले जहां हुए थे, वहां से सिर्फ एक घंटे की दूरी पर. शायद थोड़ा दूर और भी. तो वह थोड़ा पागलपन भरा था और फिर सौभाग्य से उन्हें उसी दिन की आखिरी फ्लाइट मिल गई. मैं खुश था कि वे निकल पाए, लेकिन वो बहुत ही पागलपन भरा था.”
यह सब पागलपन की वजह से शुरू हुआ
भारत में अपने अनुभव को याद करते हुए मोईन अली ने कहा, “यह पागलपन था, जाहिर है कि कश्मीर में उन हमलों के बाद ही सब कुछ शुरू हुआ. फिर बहुत तेजी से सब कुछ और बिगड़ गया और अचानक ऐसा लगा जैसे हम युद्ध के बीच में फंस गए हों. हालांकि हमें कोई मिसाइल वगैरह गिरने की आवाजें नहीं सुनाई दीं. लेकिन अचानक सब लोग निकलने की कोशिश में लग गए, यह देखने के लिए कि आपका परिवार ठीक है या नहीं. आपके घरवाले आपकी चिंता कर रहे होते हैं और आप चाहते हैं कि वे भी निश्चिंत हो जाएं.”
लोगों को पता ही नहीं था क्या हो रहा है
जब उनसे पूछा गया कि पंजाब किंग्स और दिल्ली कैपिटल्स के बीच का मैच बीच में ही रुक जाने के बाद खिलाड़ियों की क्या स्थिति थी, तो मोईन अली ने कहा, “लोगों को यह नहीं समझ आ रहा था कि क्या हो रहा है और हालात कैसे हैं. मैंने बहुत सारे खिलाड़ियों से बात की. कुछ का कहना था कि ‘युद्ध नहीं होगा, सब कुछ ठीक हो जाएगा. पहले भी ऐसा हो चुका है.’ कुछ लोगों का मानना था, ‘मुझे लगता है युद्ध होगा, कुछ न कुछ जवाबी कार्रवाई होगी या आप जो भी कहना चाहें.’ कई सारी झूठी बातें फैल रही थीं कि किसी की बात पर यकीन करना मुश्किल हो गया था. हमें सबसे ज्यादा चिंता इस बात की थी कि कहीं फ्लाइट्स कैंसल न हो जाएं और हम निकल न पाएं. लेकिन यह उन स्थानीय खिलाड़ियों के लिए और भी मुश्किल रहा होगा या उनके लिए जो पाकिस्तानी या भारतीय हैं और वहीं फंसे हुए हैं, उन्हें नहीं पता कि आगे क्या होगा.”
पहले ही तय कर लिया था IPL छोड़ना है
पाकिस्तानी मूल के मोईन अली ने यह भी बताया कि उन्होंने आईपीएल के स्थगित होने से पहले ही टूर्नामेंट छोड़ने का फैसला कर लिया था. उन्होंने कहा, “तो जिस रात उन्होंने आईपीएल को रद्द किय. मैं वैसे भी उनमें से हूं जिसे फर्क नहीं पड़ता कि हम आईपीएल खेल रहे हैं या पीएसएल. सबसे जरूरी बात होती है सुरक्षित रहना. या कम से कम जितना हो सके उतना सुरक्षित रहने की कोशिश करना. मेरा मतलब है कि आप दुनिया में कहीं भी हों, पूरी तरह सुरक्षित कभी नहीं हो सकते. लेकिन आप अपने परिवार और बच्चों को जितना हो सके, बचाने की कोशिश करते हैं. बस यही सब सोचकर मैंने टूर्नामेंट छोड़ दिया. सच कहूं तो मैं ठीक भी नहीं था, बहुत बीमार था उस समय. मुझे लगता है कि मुझे कोई वायरल या कुछ ऐसा हो गया था. मैं बहुत बहुत ज्यादा बीमार था, और मैं बस यही देख रहा था कि मैं इतना ठीक हो जाऊं कि यहां से निकल सकूं.”
फ्रेंचाइजी ने बेहतर व्यवस्था की
मोईन अली ने आयोजकों और कोलकाता फ्रेंचाइज़ी की भी सराहना की, जिन्होंने खिलाड़ियों का बहुत अच्छे से ध्यान रखा. मोईन अली ने कहा, “उन्होंने हमारा बहुत अच्छा ख्याल रखा. वे कह रहे थे कि ‘जो कुछ भी चाहिए, जो कुछ भी जरूरत है, हम कोशिश करेंगे कि आपकी पूरी मदद करें.’ तो इस मामले में वे शानदार थे लेकिन यह बहुत ही पागलपन भरा था. यह पागलपन है. आप उसके बीच में नहीं हैं, क्योंकि आपने कुछ देखा नहीं, महसूस नहीं किया, लेकिन यह सब आपके आसपास हो रहा है और बिल्कुल पास में हो रहा है. जाहिर है कि पाकिस्तानी बैकग्राउंड से होने के नाते और इस समय भारत में होने के नाते यह अजीब अनुभव था. मुझे वास्तव में लगता है कि ये दोनों एक जैसे लोग हैं, सिर्फ सीमाओं से अलग किए गए हैं, बिल्कुल एक जैसे लोग, दोनों तरफ अच्छे लोग हैं. खाना भी एक जैसा है, सब कुछ एक जैसा है.”
चीन अमेरिका की साजिश थी
मोईन अली ने फिर कुछ गहरे और विवादास्पद विचार भी साझा किए. मोईन अली ने आगे कहा, “मैं थोड़ा सा षड्यंत्र सिद्धांतों में विश्वास करता हूं, मुझे लगता है कि यह ज़्यादा एक तरह का ध्यान भटकाने वाला कदम था या यह अमेरिका बनाम चीन की तरह एक हथियारों का परीक्षण जैसा कुछ था, यह देखने के लिए कि क्या चल रहा है. इन चीजों को लेकर बहुत सारी थ्योरीज हैं. मुझे लगता है कि यह दरअसल इस्राइल और गाजा में जो हो रहा है, उससे ध्यान भटकाने की एक कोशिश थी.”
शुरू हुआ IPL 2025
भारत पाकिस्तान के बीच सैन्य तनाव पहलगाम में हुए आतंकी हमले, जिसमें 26 आम मासूम पर्यटकों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, के बाद भारतीय सेना द्वारा ऑपरेशन सिंदूर के बाद बढ़ा था. इसके बाद भारत ने पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों को ध्वस्त करते हुए कार्रवाई की. दोनों देशों के बीच सैन्य तनाव बढ़ा, हालांकि पाकिस्तान की ओर से सीजफायर की गुहार के बाद इसे रोका गया. 10 मई को संघर्ष विराम के बाद, आईपीएल भी 17 मई से शुरू हो गया.
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