IPL 2025 की शुरुआत 22 मार्च से हो रही है. 18वें सीजन से पहले भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने कुछ महत्वपूर्ण बदलावों की घोषणा की है. इनमें गेंद पर लार (Slavia) लगाने, इंपैक्ट प्लेयर नियम को बरकरार रखने के नियम को लागू किया है. इसके साथ ही BCCI ने नए नियमों में एक और बदलाव किया है, जिसमें अब टीमों के कप्तानों को धीमी ओवर-रेट के कारण मैच बैन का सामना नहीं करना पड़ेगा. इसकी बजाय, बोर्ड ने एक डिमेरिट पॉइंट प्रणाली लागू करने का निर्णय लिया है. यह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) की मौजूदा नीति के अनुरूप होगी. इसी नियम के कारण पिछले सीजन में मुंबई इंडियंस के कप्तान हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) को इस सीजन के पहले मैच में बैन का सामना करना पड़ रहा है. Slow Over Rate Rule.
गुरुवार को बीसीसीआई मुख्यालय में हुई कप्तानों की बैठक हुई. इसमें सभी फ्रेंचाइजी को इस बदलाव के बारे में जानकारी दी गई. स्पोर्ट्स स्टार की एक रिपोर्ट के मुताबिक बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह डिमेरिट पॉइंट प्रणाली तीन साल की अवधि तक प्रभावी रहेगी. टीमों को सूचित किया गया कि यदि कोई कप्तान धीमी ओवर-रेट का दोषी पाया जाता है, तो उसे दंड के रूप में डिमेरिट अंक मिलेंगे. इस नई प्रणाली के लागू होने के बाद, धीमी ओवर-रेट के लिए कप्तानों को तुरंत निलंबन का सामना नहीं करना पड़ेगा. हालांकि, यदि किसी कप्तान के खिलाफ लगातार कई डिमेरिट अंक जुड़ते हैं, तो भविष्य में उसके लिए संभावित मैच प्रतिबंध का खतरा बना रहेगा. यह निर्णय बीसीसीआई द्वारा कप्तानों पर लगने वाले प्रतिबंधों को कम करने और खेल को अधिक अनुशासित तरीके से संचालित करने के उद्देश्य से लिया गया है. IPL Slow Over Rate Rule.
हार्दिक पांड्या के लिए प्रभाव
मुंबई इंडियंस पिछले सीजन में 14 मैच में केवल 4 मैच जीतकर सबसे निचले पायदान पर रही थी. इसी 2024 के सीजन में MI के कप्तान हार्दिक पांड्या पर कई बार धीमी ओवर रेट के कारण 1 मैच का बैन लगा था. तो 2025 के 18वें सीजन में बदलाव के बाद क्या पांड्या एमआई का पहला मैच खेल पाएंगे? तो इसका जवाब है नहीं. इस निर्णय के बावजूद, मुंबई इंडियंस के कप्तान हार्दिक पांड्या को पिछले सीजन में ओवर-रेट अपराध के चलते आईपीएल 2025 के अपने पहले मैच से बाहर रहना होगा. यह नया नियम इस सीजन से लागू होगा. हालांकि भविष्य में अन्य कप्तानों को इस तरह के प्रतिबंध का सामना नहीं करना पड़ेगा. IPL Slow over rate Match Ban Rule Changed.
धीमी ओवर-रेट पर तुरंत नहीं लगेगा बैन
नए नियमों के अनुसार, यदि कोई कप्तान लेवल 1 के अपराध का दोषी पाया जाता है, तो उसकी मैच फीस का 25 से 75 प्रतिशत कटौती की जाएगी और उसे डिमेरिट अंक भी दिए जाएंगे. इन अंकों की गणना अगले तीन वर्षों तक की जाएगी. वहीं, लेवल 2 के अपराध में चार डिमेरिट अंक मिलेंगे, जो कप्तान के भविष्य के रिकॉर्ड पर असर डाल सकते हैं. मैच रेफरी के पास यह अधिकार होगा कि वह प्रत्येक चार डिमेरिट अंक के लिए 100 प्रतिशत तक की मैच फीस कटौती या अतिरिक्त डिमेरिट अंक का जुर्माना लगा सके.
डीआरएस नियमों में भी बदलाव
इसके साथ ही बीसीसीआई ने इस सीजन के लिए खेल की परिस्थितियों में एक और बड़ा बदलाव किया है. डीआरएस (DRS) क्लॉज में संशोधन करते हुए इसे अब ऊंचाई वाली वाइड गेंदों और ऑफ स्टंप के बाहर की वाइड गेंदों के लिए भी लागू किया जाएगा. इसका मतलब है कि अब बल्लेबाज या गेंदबाज इन मामलों में भी रिव्यू ले सकेंगे, जिससे खेल में और अधिक पारदर्शिता आएगी. बीसीसीआई के एक अधिकारी ने बताया कि इस बदलाव से खिलाड़ियों को सही निर्णय लेने का अवसर मिलेगा और अंपायरिंग की गलतियों को कम किया जा सकेगा. इसके लिए हॉकआई कैमरे जैसे उच्च तकनीक का उपयोग किया जाएगा.
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