Sourav Ganguly on Abhimanyu Easwaran : इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज से भारतीय क्रिकेट का नया दौर शुरू हुआ. विराट कोहली और रोहित शर्मा के संन्यास के बाद शुभमन गिल ने टीम इंडिया की कमान संभाली. इस ट्रांजिशन दौर में 18 सदस्यीय दल में दो और खिलाड़ी बाद में जोड़े गए, जिसमें से एक को खेलने का मौका मिला, लेकिन डेढ़ महीने लंबे इस दौरे में कुलदीप यादव, अर्शदीप सिंह और अभिमन्यु ईश्वरन, ये तीन ही खिलाड़ी ऐसे रहे जिन्हें प्लेइंग इलेवन में मौका नहीं मिला. 2021-22 में पहली बार टीम में शामिल होने के बाद से अब तक कई खिलाड़ी भारत के लिए डेब्यू कर चुके हैं, लेकिन ईश्वरन रिजर्व खिलाड़ी के रूप में ही टीम के साथ रहे हैं. उन्हें भले ही मौका न मिल रहा हो, लेकिन बीसीसीआई के पूर्व प्रमुख सौरव गांगुली का मानना है कि उनके पास अभी भी मौका है.
बंगाल और इंडिया ‘ए’ के लिए लगातार शानदार प्रदर्शन के बावजूद अभिमन्यु ईश्वरन का टीम इंडिया में डेब्यू का इंतजार जारी है. पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली का मानना है कि ईश्वरन के लिए अभी सब खत्म नहीं हुआ है. गांगुली ने कहा, “उनके पास उम्र का फायदा है. मुझे पूरा यकीन है कि उन्हें मौका मिलेगा. मुझे लगता है यशस्वी जायसवाल, केएल राहुल, शुभमन गिल, ऋषभ पंत, रवींद्र जडेजा सभी ने रन बनाए हैं, लेकिन नंबर-3 स्लॉट अभी भी थोड़ा कमजोर है. शायद ईश्वरन को वहां आजमाया जाए.”
इंग्लैंड दौरे पर नंबर 3 पूरी तरह रहा फ्लॉप
इंग्लैंड दौरे पर नंबर 3 पर करुण नायर और साई सुदर्शन दोनों ही फ्लॉप रहे. इस सीरीज में टीम इंडिया के लिए नंबर-3 की पोज़िशन कमजोर कड़ी साबित हुई. यहां करुण नायर और साई सुदर्शन को मौका दिया गया, लेकिन प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा. दाएं हाथ के नायर इस स्थान पर खास प्रभाव नहीं छोड़ पाए, वहीं सुदर्शन के नाम एकमात्र अर्धशतक दर्ज हुआ. आंकड़ों की बात करें तो नायर ने चार पारियों में 27.75 की औसत से कुल 111 रन बनाए, जबकि बाएं हाथ के सुदर्शन ने छह पारियों में 23 की औसत से 140 रन जोड़े.
बेंच पर बैठे-बैठे 15 खिलाड़ियों का हुआ डेब्यू
29 वर्षीय ईश्वरन के लिए टीम इंडिया के लिए बल्लेबाजी करने का इंतजार एक बार फिर लंबा हो गया. वह 2021-22 से लगातार टीम में चुने जाते हैं, लेकिन खेलने का मौका नहीं पाते. इस दौरान केएस भरत, सूर्यकुमार यादव, यशस्वी जायसवाल, ईशान किशन, रजत पाटीदार, सरफराज खान, ध्रुव जुरेल, देवदत्त पडिक्कल, नितीश कुमार रेड्डी समेत 15 से ज्यादा खिलाड़ी डेब्यू कर चुके हैं. बंगाल और इंडिया ‘ए’ के लिए लगातार ढेरों रन बनाने के बावजूद वे बेंच पर बैठे रहे. जब रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे सीनियर खिलाड़ियों ने संन्यास लिया, तो लगा कि ईश्वरन के लिए मौके खुलेंगे, लेकिन तब भी साई सुदर्शन और करुण नायर को उनके आगे प्राथमिकता मिली.
पिता ने जताई उम्मीद, टीम में मिलेगा मौका
इंग्लैंड दौरे के बाद उनका अपनी निराशा छिपाना मुश्किल था. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ईश्वरन ने अपने पिता को इंग्लैंड से फोन पर बस इतना ही बोले, “पापा, अभी भी टीम में जगह नहीं मिली.” फिर भी, पांचवें टेस्ट के आखिरी दिन ओवल में फील्डिंग के दौरान वे पूरी मेहनत से अपना किरदार अदा करते नजर आए. उनके पिता ने कहा, “गौतम गंभीर ने मेरे बेटे से कहा था कि ‘तुम्हें अपना मौका मिलेगा और लंबा रन मिलेगा. मैं ऐसा नहीं हूं कि एक-दो मैच के बाद बाहर कर दूं. तुम्हें बड़ा मौका दूंगा.’”
हालांकि ईश्वरन अब भी हिम्मत नहीं हारे हैं. वे एक बार फिर पूरी तैयारी में जुटे हैं. वह बेंगलुरु में सीजन-ओपनिंग दलीप ट्रॉफी के लिए तैयारी करेंगे और अगले हफ्ते चेन्नई या पुडुचेरी में होने वाले बंगाल के प्री-सीजन टूर्नामेंट में भी हिस्सा ले सकते हैं. ताकि अक्टूबर में वेस्ट इंडीज के खिलाफ होने वाली दो टेस्ट मैचों की घरेलू सीरीज में ईश्वरन अपनी जगह पक्की कर सकें.
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