बेंगलुरू : कर्नाटक प्रीमियर लीग में स्पॉट फिक्सिंग के लिये कथित तौर पर धन लेने के आरोप में रणजी ट्राफी और आईपीएल क्रिकेटर सी एम गौतम और कर्नाटक के उनके पूर्व साथी खिलाड़ी अबरार काजी को गिरफ्तार किया गया है. बेल्लारी टस्कर्स के कप्तान और कर्नाटक के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज गौतम और उनके साथी खिलाड़ी काजी को अपराध शाखा ने गिरफ्तार किया जो केपीएल के पिछले दो सत्र में स्पाट फिक्सिंग की जांच कर रही है.
अतिरिक्त आयुक्त संदीप पाटिल ने कहा कि हमने केपीएल फिक्सिंग मामले में दो और व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने बताया कि दोनों हुबली बनाम बेल्लारी फाइनल मैच में फिक्सिंग में लिप्त पाये गये थे. हुबली ने वह मैच आठ रन से जीता था. एक अधिकारी ने कहा कि उन्हें धीमी बल्लेबाजी के लिये 20 लाख रूपये दिये गये थे. उन्होंने बेंगलुरू टीम के खिलाफ एक और मैच फिक्स किया था.
गौतम इस सत्र में गोवा टीम में और काजी मिजोरम रणजी टीम में शामिल थे. कर्नाटक और गोवा के लिए रणजी ट्राफी खेलने के अलावा गौतम ने आरसीबी, मुंबई इंडियंस और दिल्ली डेयरडेविल्स के लिये आईपीएल भी खेला. वह 94 प्रथम श्रेणी मैच खेल चुके हैं और कर्नाटक टीम के नियमित सदस्य रहे. इस साल वह गोवा टीम में शामिल हुए थे. दोनों शुक्रवार से शुरू हो रही सैयद मुश्ताक अली ट्राफी टूर्नामेंट के लिये अपने अपने प्रदेश की टीम का हिस्सा हैं. इससे पहले बेंगलुरू टीम के खिलाड़ी निशांत सिंह शेखावत को भी इस सप्ताह गिरफ्तार किया गया था.
गिरफ्तार किये गये तीन अन्य व्यक्तियों में बेलागावी पैंथर्स के मालिक भी शामिल है. बेंगलुरू ब्लास्टर्स के गेंदबाजी कोच वीनू प्रसाद और बल्लेबाज विश्वनाथन को भी इस मामले में गिरफ्तार किया गया है.