मैनचेस्टर :भारत और न्यूजीलैंड के बीच विश्व कप का पहला सेमीफाइनल बारिश की भेंट चढ़ गया. बारिश के कारण मंगलवार का मैच सस्पेंड कर दिया गया. अब बुधवार को रिजर्व डे में जहां से मैच रोका गया था, वहीं से शुरू होगा. बारिश के कारण जब खेल रोका गया उस समय तक न्यूजीलैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 46.1 ओवर में पांच विकेट पर 211 रन बनाये थे.
बारिश के व्यवधान के समय रोस टेलर 67 और टॉम लैथम तीन रन पर खेल रहे थे. इससे पहले न्यूजीलैंड की तरफ से कप्तान केन विलियमसन ने 67 रन बनाये थे. भारत की तरफ से जसप्रीत बुमराह, भुवनेश्वर कुमार, रविंद्र जडेजा, हार्दिक पांड्या और युजवेंद्र चहल ने एक- एक विकेट लिया है.
बुधवार को रिजर्व डे में भी अगर बारिश के कारण मैच रद्द करना पड़ जाता है तो फिर अंक तालिका का महत्व बढ़ जाएगा. वैसे में लीग स्टेज का आंकड़ा देखा जाएगा और अंक तालिका में जो टीम ऊपर होगी उसे फाइनल का टिकट मिल जाएगा. वैसी सुरत में टीम इंडिया को फाइनल में पहुंचना तय हो जाएगा.
भारतीय गेंदबाजों ने कसी हुई गेंदबाजी का शानदार नमूना पेश करके न्यूजीलैंड को विश्व कप के पहले सेमीफाइनल में बड़ा स्कोर नहीं बनाने दिया और बारिश के कारण जब 46.1 ओवर में खेल रोका गया तब कीवी टीम पांच विकेट पर 211 रन बनाकर संघर्ष कर रही थी.
केन विलिमयसन (95 गेंदों पर 67) ने हेनरी निकोल्स (51 गेंदों पर 28) के साथ दूसरे विकेट के लिये 68 और रोस टेलर (नाबाद 67) के साथ तीसरे विकेट के लिये 65 रन जोड़े, लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने सही समय पर विकेट निकाले.
जसप्रीत बुमराह (25 रन देकर एक) और भुवनेश्वर कुमार (30 रन देकर एक) ने शुरू से ही कसी हुई गेंदबाजी करके न्यूजीलैंड पर दबाव बनाया. बीच के ओवरों में रविंद्र जडेजा (34 रन देकर एक) ने यह भूमिका बखूबी निभायी. हार्दिक पांड्या (55 रन देकर एक) और युजवेंद्र चहल (63 रन देकर एक) अपने आखिरी ओवरों में रनों पर अंकुश नहीं लगा पाये.
शुरू में गेंद स्विंग ले रही थी तथा बुमराह और भुवनेश्वर ने बल्लेबाजों पर अच्छी तरह से दबाव बनाया. विराट कोहली टास गंवा बैठे और इसके बाद पहले गेंदबाजी करते हुए उन्होंने पहली गेंद पर अपना रेफरल भी गंवा दिया. मार्टिन गुप्टिल (एक) इसका फायदा नहीं उठा पाये और बुमराह ने चौथे ओवर में उन्हें कोहली के हाथों कैच कराकर स्कोर एक विकेट पर एक रन कर दिया.
न्यूजीलैंड पहले पावरप्ले तक 27 रन तक ही पहुंच पाया जो इस विश्व कप में पहले दस ओवरों में किसी भी टीम का न्यूनतम स्कोर है. निकोल्स भले ही 18 ओवर से अधिक समय तक क्रीज पर रहे, लेकिन इस बीच तेज और स्पिन मिश्रित आक्रमण के सामने उन्हें लगातार संघर्ष करना पड़ा.
विलियमसन और निकोल्स जब पारी संवार रहे थे तब जडेजा ने ‘विकेट टु विकेट’ गेंद करके बल्लेबाजों को परेशानी में रखा. बायें हाथ के इस स्पिनर ने अंदर आती गेंद पर निकोल्स को चकमा देकर उनका मिडिल स्टंप थर्राया और उन्हें लंबी पारी नहीं खेलने दी. पहले 25 ओवरों में स्कोर दो विकेट 83 रन था. इस बीच भारतीय गेंदबाजों ने 150 में से 102 गेंदों पर रन नहीं दिये थे जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि गेंदबाज कितने हावी थे.
इस बीच 14वें ओवर के बाद 28वें ओवर में गेंद ने सीमा रेखा के दर्शन किये. बुमराह 32वें ओवर में दूसरे स्पैल के लिये आये. उन्हें आते ही टेलर (तब 22 रन) का विकेट का मिल जाता लेकिन विकेटकीपर महेंद्र सिंह धौनी ने कैच छोड़ दिया. बल्लेबाजों पर हालांकि रन बनाने का दबाव था और ऐसे में विलियमसन ने कदमों का इस्तेमाल किये बिना चहल की गेंद बैकवर्ड प्वाइंट पर खेली, लेकिन वह बल्ले का बाहरी किनारा लेकर जडेजा के सुरक्षित हाथों में चली गयी.
कीवी कप्तान ने छह चौके लगाये और इस बीच न्यूजीलैंड की तरफ से किसी एक विश्व कप में सर्वाधिक रन (548) बनाने वाले बल्लेबाज बने. उनका स्थान लेने के लिये उतरे जिम्मी नीशाम (12) ने भी हवा में गेंद लहरायी.
न्यूजीलैंड की पारी का पहला छक्का 44वें ओवर में टेलर ने चहल की गेंद पर लगाया जिससे उन्होंने अपना 50वां वनडे अर्धशतक भी पूरा किया. भुवनेश्वर ने कोलिन डि ग्रैंडहोम (16) को विकेट के पीछे कैच कराकर कीवी टीम को डेथ ओवरों के शुरू में बड़ा झटका दिया.