नयी दिल्ली : बॉल से छेड़छाड़ मामले में प्रतिबंध झेल रहे ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान स्टीव स्मिथ ने 9 महीने बाद स्वीकार कर लिया है कि उनके नेतृत्वक्षमता में भारी कमी थी. उन्होंने माना कि अगर वो चाहते तो बॉल टेंपरिंग को रोक सकते थे.
प्रतिबंध लगने के लगभग 9 महीनों बाद स्मिथ मीडिया के सामने आये और प्रेस वार्ता में कहा कि वो इंडियन प्रीमियर लीग से क्रिकेट में वापसी करने की कोशिश करेंगे. उन्होंने आईपीएल को दुनिया का सर्वश्रेष्ठ टूर्नामेंट माना है.
स्मिथ से गेंद से छेड़छाड़ करने के मामले के बाद के नौ महीनों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह मुश्किल दौर था, लेकिन उन्होंने इस तरह की परिस्थितियों से पार पाना सीखा. उन्होंने कहा, मेरे अपने उतार चढ़ाव थे. कुछ ऐसे अंधकार भरे दिन थे जब मैं अपने बिस्तर में दुबके रहना चाहता था, लेकिन मेरे इर्दगिर्द ऐसे लोग रहे जिन्होंने मुझे यह समझने में मदद की कि सब कुछ ठीक है.’ स्मिथ ने कहा, इन नौ महीनों में मैंने काफी कुछ सीखा.
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खेल से बाहर रहने पर मुझे तरोताजा होने और फिर से बेहतर मनोस्थिति में आने का समय मिला.’ न्यूलैंड टेस्ट मैच के दौरान ड्रेसिंग रूम में क्या हुआ इस बारे में पूछे जाने पर स्मिथ ने कहा कि वह उनकी नेतृत्वक्षमता की नाकामी थी.
उन्होंने कहा, कमरे में जो हो रहा था मेरे पास उसे रोकने का मौका था लेकिन मैंने ऐसा नहीं किया. वह बाहर तक पहुंच गया और मैदान में घटना घटित हो गयी. मेरे पास यह कहने का मौका था कि मैं इस बारे में कुछ नहीं जानता था. यह मेरी नेतृत्वक्षमता की नाकामी थी और मैं उसकी जिम्मेदारी लेता हूं.’
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