नयी दिल्ली : टीम इंडिया के बायें हाथ के बल्लेबाज गौतम गंभीर को सोशल मीडिया पर वायरल हो रही एक रोती हुई बच्ची की तसवीर ने झकझोर कर रख दिया. गौतम इतने गंभीर हुए कि उन्होंने सोशल मीडिया ट्विटर पर ही ऐलान कर दिया कि वो उस बच्ची की पढाई की पूरी खर्च ता उम्र […]
नयी दिल्ली : टीम इंडिया के बायें हाथ के बल्लेबाज गौतम गंभीर को सोशल मीडिया पर वायरल हो रही एक रोती हुई बच्ची की तसवीर ने झकझोर कर रख दिया. गौतम इतने गंभीर हुए कि उन्होंने सोशल मीडिया ट्विटर पर ही ऐलान कर दिया कि वो उस बच्ची की पढाई की पूरी खर्च ता उम्र उठाएंगे.
दरअसल सोशल मीडिया पर वायरल हो रही रोती हुई बच्ची की तसवीर जम्मू-कश्मीर आतंकी हमले में शहीद हुए एएसआई अब्दुल राशिद की बेटी जोहरा की है. तसवीर उस समय की है कि जब उसे बताया गया कि उनके पिता आतंकवादियों के साथ लड़ाई करते हुए शहीद हो गये. रोती हुई जोहरा यह मानने के लिए तैयार ही नहीं हो रही थी कि अब उसके पिता दुनिया में नहीं रहे.
गौतम गंभीर ने जोहरा की तसवीर के साथ एक भावुक मैसेज भी किया. गंभीर ने जोहरा की तसवीर के साथ लिखा, जोहरा मैं तुम्हें लोरी सुनाकर सुला नहीं सकता लेकिन, तुम्हारे सपनों को पूरा करने के लिए मदद जरूर करुंगा, हम जीवनभर तुम्हारी पढ़ाई का खर्ज उठाएंगे’.
इसके बाद गंभीर ने एक और भावुक मैसेज किया, उन्होंने लिखा, ‘जोहरा प्लीज इन आंसुओं को जमीन पर ना गिरने दो, क्योंकि मुझे शक हैं कि धरती मां भी इस दर्द का बोझ उठा सकती है, तुम्हारे शहीद पिता को सलाम’. गौरतलब हो कि इससे पहले भी गौतम गंभीर ने ऐसा ही काम किया था. गौतम गंभीर फाउंडेशन सुकमा में शहीद हुए सीआरपीएफ के जवानों के 25 बच्चों की पढ़ाई का खर्च उठा रहा है.
गौरतलब हो कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों ने पिछले दिनों पुलिस परिसर पर हमला कर दिया था. जिसमें ड्यूटी पर तैनात एएसआई अब्दुल राशिद शहीद हो गये थे. शहीद जवान को जब अंतिम विदाई दी जा रही थी, तो उस समय बेटी जोहरा के बिलखती चेहरे ने सभी को झकझोर कर रख दिया. सोशल मीडिया पर लोग बच्ची जोहरा के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त कर रहे थे. दक्षिण कश्मीर के डीआईजी एसपी पाणि ने जोहरा की तस्वीर सोशल मीडिया में शेयर करते हुए एक भावुक संदेश लिखा था. यह संदेश सोशल मीडिया पर वायल हो गया था.
डीआईजी ने लिखा था, ‘मेरी प्रिय जोहरा, आपके आंसूओं ने हमारे दिलों को झकझोर दिया है. आपके पिता के द्वारा दिया गया बलिदान हमेशा याद रखा जाएगा. आप इसे समझने के लिए भी बहुत छोटी हैं कि ऐसा क्यों हुआ. इस तरह की हिंसा के लिए जिम्मेदार लोग जिन्होंने राज्य के प्रतीकों पर अटैक किया है, वे पागल हैं और इंसानियत के दुश्मन हैं.’