Swapna Shastra: सपने’ बच्चे हों या बुजुर्ग, महिला हों या पुरुष हर कोई देखता है. कहा जाता है कि सपने दो तरह के होते हैं.पहला सपना, जो हम खुली आंखों से अपने भविष्य के बारे में सोचते हुए देखते हैं. दूसरा सपना, जो हम रात को सोते समय देखते हैं.सपनों को लेकर अलग-अलग धारणाएं हैं. कुछ लोगों का मानना है कि हम दिनभर जो देखते या सोचते हैं, वही सपने के रूप में दिखाई देता है. वहीं एक अन्य धारणा यह भी है कि जिन परिस्थितियों और भावनाओं से हम गुजर रहे होते हैं, वही तस्वीर बनकर सपनों में दिखती है.
लेकिन इन सब से अलग, हिंदू धर्म के स्वप्न शास्त्र में सपनों के बारे में कुछ और ही बताया गया है. स्वप्न शास्त्र के अनुसार, जो सपने हम देखते हैं उनका हमारे जीवन पर अलग-अलग प्रभाव पड़ता है और ये भविष्य में होने वाली घटनाओं का संकेत भी दे सकते हैं. ऐसे में क्या हो यदि कोई व्यक्ति बार-बार अपनी मौत या किसी दुर्घटना का सपना देखे? क्या यह आने वाले खतरे का संकेत है या कुछ और? आइए जानें-
सपने में खुद को मरता हुआ देखने का क्या मतलब है?
स्वप्न शास्त्र के अनुसार यदि कोई व्यक्ति बार-बार खुद को सपने में मरा हुआ देखता है, तो इसका मतलब होता है कि उसके ऊपर मंडरा रहा संकट या मृत्यु का खतरा टल गया है. इसलिए यदि आपको कभी अपनी मौत का सपना आए तो घबराने की जरूरत नहीं है.
सपने में खुद को दुर्घटना का शिकार होता देखने का क्या मतलब है?
हिंदू ग्रंथ स्वप्न शास्त्र के अनुसार यदि आप सपने में खुद को किसी सड़क दुर्घटना या अन्य किसी दुर्घटना का शिकार होते देखते हैं, तो इसका मतलब है कि भविष्य में कुछ परेशानियां आने की संभावना है. ऐसे में आपको सतर्क और सावधान रहने की आवश्यकता है.
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