Phulera Dooj 2025 Don’ts: फुलेरा दूज का पर्व फाल्गुन मास की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है. मान्यता है कि इस दिन भगवान कृष्ण फूलों के साथ खेलते हैं और फुलेरा दूज की शुभ संध्या पर होली के उत्सव में भाग लेते हैं. यह पर्व एक शुभ अवसर है, जिसे उत्तर भारत के अधिकांश क्षेत्रों में बड़े उत्साह और उमंग के साथ मनाया जाता है. यह त्योहार लोगों के जीवन में आनंद और उल्लास का संचार करता है. इस दिन कुछ कार्यों को अवश्य संपन्न करना चाहिए. साथ ही, कुछ कार्यों से परहेज करना आवश्यक है. आइए, इस विषय पर विस्तार से चर्चा करते हैं.
फुलेरा दूज पर ऐसे करें पूजा, जानें शुभ मुहूर्त और महत्व
फुलेरा दूज में इन कार्यों से करें परहेज
- फुलेरा दूज के अवसर पर धूम्रपान, शराब और मांसाहार का सेवन वर्जित है.
- इस दिन श्री राधा कृष्ण को अर्पित किया गया गुलाल किसी के पैरों में नहीं आना चाहिए.
- साथ ही, इस दिन किसी के प्रति नकारात्मक विचार नहीं रखने चाहिए और बड़े-बुजुर्गों तथा महिलाओं का अपमान नहीं करना चाहिए.
- फुलेरा दूज के दिन श्री राधा-कृष्ण के साथ-साथ भगवान शिव और माता पार्वती की भी पूजा की जाती है, इसलिए भगवान भोलेनाथ और माता पार्वती की पूजा करना न भूलें.
- इस दिन श्री राधा कृष्ण की पूजा सामूहिक रूप से करें. मान्यता है कि यदि श्री राधा कृष्ण की पूजा अलग-अलग की जाए तो प्रेम संबंधों में दूरियां उत्पन्न हो सकती हैं.
किस दिन मनाई जा रही फुलेरा दूज
हिंदू पंचांग के अनुसार फुलेरा दूज का त्योहार हर साल फाल्गुन मास की शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि पर मनाया जाता है. इस बार फुलेरा दूज का पर्व 1 मार्च 2025, दिन शुक्रवार को मनाया जा रहा है.
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