Holy Saturday 2025: ईसाई धर्म के अनुयायी होली सैटरडे का उत्सव मनाते हैं, जिसे ईस्टर विजिल के नाम से भी जाना जाता है. यह गुड फ्राइडे के बाद और ईस्टर संडे से एक दिन पूर्व आता है, अर्थात् यह ईस्टर संडे से पहले का शनिवार होता है. इस दिन का ईसाई धर्म में विशेष महत्व है, और इसे श्रद्धा के साथ मनाया जाता है.
क्यों मनाते हैं होली सैटरडे
गुड फ्राइडे और ईस्टर संडे के बीच का शनिवार होली सैटरडे के नाम से जाना जाता है. कई ईसाई समुदाय इस दिन को होली वीक का अंतिम दिन मानते हैं. भारत के विभिन्न हिस्सों में होली सैटरडे को अलग-अलग तरीकों से मनाने की परंपरा है.
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क्यों महत्वपूर्ण है होली सैटरडे
गुड फ्राइडे के दिन प्रभु ईसा मसीह को क्रूस पर चढ़ाया गया था, जिसके परिणामस्वरूप उनकी मृत्यु हुई. माना जाता है कि इसके अगले दिन, यानी शनिवार को, प्रभु यीशु के शव को कब्र में रखा गया था. इस दिन को होली सैटरडे (Holy Saturday) के नाम से जाना जाता है. वर्ष 2023 में यह दिन 8 अप्रैल को आएगा. इस अवसर को ‘ईस्टर विजिल’ के रूप में मनाने की परंपरा है.
गुड फ्राइडे और ईस्टर की तरह, होली सैटरडे का भी विशेष महत्व है. इस दिन की प्रार्थना अद्वितीय होती है, जिसमें प्रभु यीशु के बलिदान और उनकी शिक्षाओं को स्मरण किया जाता है. मान्यता है कि यीशु अपनी मृत्यु के तीसरे दिन पुनर्जीवित हुए थे.
कैसे मनाते हैं होली सैटरडे
प्रभु यीशु के पुनर्जीवित होने की घटना को एक दिव्य घटना माना जाता है. इस दिन की संध्या से चर्चों में विशेष प्रार्थनाओं का आयोजन शुरू होता है. बिशप, कार्डिनल और अन्य आस्थावान लोग पूरी रात जागरण करते हैं. इसलिए इसे ईस्टर का जागरण भी कहा जाता है.

