Achala Saptami 2021, Ratha Saptami 2021, Aarogya Saptami 2021, Magha Saptami 2021, Surya Jayanti 2021, Effect Of Sunlight: हिंदू पंचांग के अनुसार शुक्रवार यानी आज 19 फरवरी को रथ सप्तमी (Ratha Saptami) मनाई जा रही है. इसे सूर्य जयंती (Surya Jayanti) या अचला सप्तमी (Achala Saptami) के नाम से भी जाना जाता है. हर वर्ष माघ मास की शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को यह पर्व पड़ता है. इसका धर्म के साथ-साथ, सेहत से भी नाता है. यही कारण है कि इसे आरोग्य सप्तमी (Aarogya Saptami) के नाम से भी जाना जाता है. इस पर में विशेष रूप से सूर्य देव की पूजा की जाती है. आइए जानते हैं सूर्य का असर कैसे हमारी सेहत और मुस्कुराहट पर पड़ता है, साथ ही साथ धार्मिक रूप से क्या है इसका महत्व...
सूर्य का क्या है धार्मिक महत्व
सूर्य को आत्मा का कारक: दरअसल, सूर्य को आत्मा का कारक माना गया है. गीता के उपदेश में भी श्री कृष्ण ने आत्मा के बारे में बताते हुए कहा था कि सूर्य जीवन में प्रकाश डालता है. जीवन में फैला अंधेरा प्रकाश से ही दूर हो सकता है.
मान सम्मान और उच्च पद दिलाता है सूर्य: ज्योतिष विशेषज्ञों की माने तो सूर्य का महत्वपूर्ण प्रभाव हमारे कुंडली में पड़ता है. जिस व्यक्ति की कुंडली में सूर्य उच्च कोटि का होता है. वह काफी लोकप्रिय बनता है. उसे मान सम्मान और उच्च पद मिलने की संभावना होती है.
सूर्य का वैज्ञानिक महत्व, सेहत के लिए क्यों जरूरी
सूर्य से लाभकारी विटामिन डी की होती है पूर्ति: वैज्ञानिकों की मानें तो सूर्य की रोशनी हमारे मन और तन दोनों के लिए बेहद लाभकारी है. इसमें विटामिन डी की मात्रा पाई जाती है. जो हमारे शरीर की जरूरत है.
गंभीर बीमारियां का इलाज: प्रतिदिन कम से कम 5 मिनट तक सूर्य की रोशनी लेने को उत्तम दवा के रूप में बताया गया है. इससे टीवी और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियां भी समाप्त हो सकती है.
ब्लड सर्कुलेशन को रखें नियंत्रण: साथ ही साथ यह ब्लड सर्कुलेशन को नियंत्रण रखने के लिए भी जरूरी है.
रथ सप्तमी पर व्रत और पूजा का क्या है महत्व?
दरअसल, सप्तमी में सूर्योदय के समय पवित्र नदी में स्नान करने की परंपरा है. ऐसी मान्यता है कि इस से पापों से मुक्ति मिलती है. साथ ही साथ गंभीर रोगों से भी मुक्ति मिलती है. यही कारण है कि इसका नाम आरोग्य सप्तमी भी रखा गया है.
Posted By: Sumit Kumar Verma