पटना : कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष 26 अक्टूबर को कृतिका नक्षत्र एवं सिद्धि योग के युग्म संयोग में नौ ग्रहों के युवराज तथा ज्ञान, बुद्धि, विवेक, व्यापार-व्यवसाय और शिक्षा के प्रतिनिधि बुध ग्रह तुला राशि से वृश्चिक राशि में रात्रि 8:55 बजे गोचर करेंगे और एक जनवरी 2019 तक रहेंगे. इसका प्रभाव मेष तथा कुंभ राशि को छोड़ कर बाकी सभी राशियों पर शुभ प्रभाव होगा. बुध के इस गोचर के कारण सभी राशि वाले जातक प्रभावित होंगे. पंडित राकेश झा ने बताया कि बुध का आधिपत्य मनुष्य की वाणी पर भी होता है. ऐसे में जिन लोगों की कुंडली में बुध खराब स्थिति में है.उन्हें वाणी पर नियंत्रण रखने की जरूरत है.
साल का आखिरी गोचर
इस साल बुध का आखिरी गोचर जो 26 अक्टूबर को रात 8 बजकर 55 मिनट पर होगा. बुध वृश्चिक राशि में अगले साल एक जनवरी तक सुबह 10 बजे तक रहेंगे और इसके बाद धनु राशि में प्रवेश कर जायेंगे. बुध का गोचर राशियों पर मुख्य रूप से प्रभाव डालेगा.
बुध को माना गया है युवराज ग्रह
बुध को वैदिक ज्योतिष में सौर मण्डल में राजकुमार की पदवी प्राप्त है. बुद्धि, वाणी और व्यापार में सफलता और असफलता के लिए बुध ग्रह को ही जिम्मेदार माना जाता है. ये गणित और सांख्यिकी का कारक है. बुध ग्रह का गोचर प्रत्येक राशि के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि ये एकमात्र ऐसा ग्रह है जो शुभ ग्रहों के साथ मिल कर शुभ तथा अशुभ ग्रहों के साथ मिल कर अशुभ परिणाम देते हैं. यह मिथुन और कन्या राशि का स्वामी ग्रह है. बुध 26 को तुला राशि से वृश्चिक राशि में प्रवेश करेंगे. बुध ग्रह को चंद्रमा का शत्रु लेकिन सूर्य, शुक्र और राहु का मित्र माना जाता है.
किन राशियों पर पड़ेगा क्या प्रभाव, बुध वृश्चिक राशि में अगले साल एक जनवरी तक सुबह 10 बजे तक रहेंगे
मेष : मेष राशि के लिए बुध अष्टम स्थान में गोचर करेगा. आठवां स्थान शारीरिक स्वास्थ्य से संबंधित है इसलिए अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें. कोई पुराना रोग दोबारा उभर सकता है. आर्थिक स्थिति के लिए यह गोचर कुछ हद तक शुभ रहेगा. इसके प्रभाव से रुका हुआ पैसा लौट आने के संकेत हैं. साथ ही नया घर या वाहन खरीदने का योग बनेगा.
वृषभ : वृषभ राशि के लिए बुध का गोचर सप्तम भाव में होगा. यह जीवनसाथी का भाव है इसलिए दांपत्य जीवन में बिगड़े संबंधों में सुधार आयेगा. प्रेम और विवाह संबंधी प्रस्ताव मिलेंगे. साथ ही भौतिक सुखों में वृद्धि होगी और अपनी कार्यकुशलता के दम पर प्रमोशन हासिल करने में सफलता मिलेगी.
मिथुन : मिथुन राशि के लिए बुध का गोचर छठे भाव में होगा. यह रोग और शत्रु का स्थान है.यदि आप बीमारियों से घिरे हुए हैं, तो यह गोचर आपके लिए शुभ होगा. बीमारियों से मुक्ति मिलेगी. शत्रुओं को परास्त करने में कामयाब होंगे और आर्थिक मुश्किलों समाधान होगा.
कर्क : इस राशि के लिए बुध का गोचर पंचम स्थान में होगा. इस राशि के लिए यह गोचर मिलाजुला परिणाम लेकर आयेगा. जातक अगर बिजनेस में हैं तो अपने बौद्धिक कौशल के दम पर कोई बड़ा प्रोजेक्ट हासिल करने में सफलता मिलेगी. साथ ही संतान पक्ष की ओर से कोई सुखद समाचार मिल सकता है.
सिंह : सिंह राशि के लिए चतुर्थ स्थान में बुध प्रवेश करने वाला है. बुध के प्रभाव से जीवन सुखमय होगा. धन-संपत्ति के मामलों में जीत मिलेगी. नौकरी में प्रमोशन, बिजनेस में लाभ मिलेगा. साथ परिवार के साथ किसी सुखमय यात्रा पर जाने के योग बन रहे हैं.
कन्या : कन्या राशि के लिए बुध तीसरे स्थान में गोचर करेगा. आपमें दृढ़ निश्चय और स्पष्टवादिता आयेगी. पारिवारिक मामलों में अपना पक्ष दमदारी से रख पायेंगे. इस दौरान नौकरी पेशा लोगों को प्रमोशन, स्थानांतरण के योग बनेंगे.
तुला : इस राशि के लिए बुध द्वितीय स्थान यानी धन भाव में गोचर करेगा. इससे आर्थिक संपन्नता और जमीन-जायदाद से जुड़े मामलों में सफलता मिलेगी. नये प्रेम संबंध बनेंगे. अविवाहितों के विवाह की बात पक्की होने के योग हैं.
वृश्चिक : इस राशि के लग्न स्थान में बुध का प्रवेश शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूती प्रदान करेगा. एक से अधिक जगह से धन आने के योग बन रहे हैं. सामाजिक जीवन में आपके कार्यों को सराहना और सम्मान मिलेगा.
धनु : धनु राशि के लिए बुध 12वें स्थान में आने वाला है. यह व्यय स्थान है इसलिए बेकार के खर्चों पर लगाम लगाना होगी. व्यापारियों के लिए समय उत्तम रहेगा. उन्हें कार्य के सिलसिले में दूरस्थ देशों की यात्रा करनी पड़ सकती है.
मकर : इस राशि के लिए बुध आय स्थान यानी 11वें भाव में प्रवेश करेगा. इस राशि के लिए आर्थिक लाभ और रुके कार्य पूर्ण होंगे.आय के नए स्रोत मिलेंगे व भूमि, भवन, संपत्ति के कार्य पूर्ण होंगे.
कुंभ : कुंभ राशि के लिए दशम स्थान में बुध का गोचर मिलाजुला फल देगा. निर्णय क्षमता मजबूत होगी और आप बड़े फैसलों का तर्क पूर्ण ढंग से निर्वहन करेंगे गोचर के दौरान कोई ऐसी घटना होगी, जिससे मन दुखी हो जायेगा.
मीन : मीन राशि के लिए नवम स्थान में बुध का गोचर होगा. धार्मिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी.