Saturn Transit 2026: ज्योतिष शास्त्र में शनि को कर्म, अनुशासन और स्थायित्व का ग्रह माना जाता है. यह जिस राशि में गोचर करता है, वहां लंबे समय तक अपना प्रभाव छोड़ता है. वर्तमान में शनि मीन राशि में गोचर कर रहा है, जो गुरु (बृहस्पति) की राशि भी है. खास बात यह है कि शनि 2026 में भी इसी राशि में रहेगा. इस दौरान यह अपने नक्षत्र भी बदलेगा, जिससे कुछ राशियों के जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिल सकते हैं.
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार 2026 की शुरुआत में शनि लगभग तीन हफ्ते तक पूर्व भाद्रपद नक्षत्र में रहेगा. इसके बाद यह उत्तर भाद्रपद और रेवती (गण्डमूल) नक्षत्र के बीच अपनी गति जारी रखेगा. इस समय इसका स्वामी ग्रह बृहस्पति (गुरु) मिथुन, कर्क और सिंह राशियों से गुजरेगा. शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव सबसे अधिक मेष, कुंभ और मीन राशि के जातकों पर दिखाई देगा.
मेष राशि: मेहनत का फल और आत्ममंथन
मेष राशि के जातकों के लिए 2026 मेहनत और धैर्य का परिणाम लाने वाला है. पिछले कुछ वर्षों में जो सबक आपने सीखे हैं—जैसे संयम, फोकस बनाए रखना और परिस्थितियों को स्वीकार करना—वे अब काम आएंगे. इस साल आपके प्रयासों का फल आपको स्पष्ट रूप से दिखेगा. कार्यक्षेत्र में आपकी पहचान बढ़ेगी, लेकिन आवश्यक है कि आप जमीन पर पैर रखकर कदम बढ़ाएं.
आर्थिक स्थिति में स्थिरता आएगी और पुराने तनाव धीरे-धीरे कम होंगे. मानसिक रूप से आप शांत और आत्ममंथन की स्थिति में रह सकते हैं. कभी-कभी अकेले समय बिताने या आध्यात्मिक रूप से जुड़ने की इच्छा होगी. यह समय दूसरों से अपेक्षाएं छोड़कर स्वयं पर भरोसा करना और आत्म-दया तथा आत्म-स्नेह विकसित करने का है. पुराने बोझ और चिंताओं को छोड़ने का यह सही समय है, जिससे आप जीवन का नया अध्याय शुरू कर सकते हैं.
इसे भी पढ़ें: 22 या 23 अक्तूबर, कब है भाई दूज, जानें सही तारीख और शुभ मुहूर्त
कुंभ राशि: जिम्मेदारियों के बीच आत्मविकास
कुंभ राशि के जातकों के लिए 2026 महत्वपूर्ण बदलाव लेकर आएगा. शनि आपके जीवन में बड़े बदलाव लाएगा, जिसमें कामकाज और निजी जिम्मेदारियों की वृद्धि होगी. हालांकि यह चुनौतीपूर्ण प्रतीत हो सकता है, लेकिन यह आपको अंदर से मजबूत और परिपक्व बनाएगा.
इस साल आपको ऐसे प्रोजेक्ट या काम मिल सकते हैं जिनमें लंबे समय तक धैर्य और परिपक्वता दिखानी होगी. रिश्तों में सीमाओं और सच्चाई की परीक्षा होगी. हर परिस्थिति पर तुरंत प्रतिक्रिया देने के बजाय शांत रहना लाभकारी होगा. शनि आपके लिए गिराने नहीं, बल्कि संवारने का कार्य करेगा. नियमित प्रयास और संयम से यह साल आपके जीवन का टर्निंग पॉइंट बन सकता है.
मीन राशि: आत्मनिरीक्षण और परिपक्वता
मीन राशि के जातकों के लिए शनि का साढ़ेसाती दौर आत्मनिरीक्षण और जिम्मेदारी से जुड़ा रहेगा. यह समय आपको अपने लक्ष्य, विचार और मान्यताओं को परखने का अवसर देगा. शुरुआत में परिस्थितियां भारी या उलझी हुई लग सकती हैं, लेकिन धीरे-धीरे आप उन्हें समझने और संभालने में सक्षम होंगे.
पुराने भावनात्मक पैटर्न छोड़ना और मानसिक स्वास्थ्य तथा आत्म-देखभाल पर ध्यान देना आवश्यक है. प्रकृति के करीब रहें, ध्यान लगाएं और अपनी क्रिएटिविटी को जागृत करें. शनि आपको रोक नहीं रहा है, बल्कि आपको उस रूप में ढाल रहा है, जो आप वास्तव में बनना चाहते हैं.
2026 का साल शनि के प्रभाव के कारण कई लोगों के लिए आत्मबोध, जिम्मेदारी और जीवन के नए अध्याय की शुरुआत लेकर आएगा. यह वर्ष धैर्य और आत्मसंयम की परीक्षा लेगा, साथ ही आत्मविकास और स्थिरता के मार्ग भी खोलेगा. जो लोग शनि की सीख को अपनाएंगे, उनके लिए यह साल जीवन में गहराई, स्थिरता और सफलता दोनों लेकर आएगा.
शनि 2026 में किस राशि में गोचर कर रहा है?
शनि 2026 में मीन राशि में गोचर कर रहा है और इसके नक्षत्र बदलते रहेंगे.
किन राशियों पर शनि की साढ़ेसाती का सबसे अधिक प्रभाव होगा?
मेष, कुंभ और मीन राशि के जातकों पर.
मेष राशि के लिए साढ़ेसाती का मुख्य संदेश क्या है?
मेहनत का फल मिलेगा, आत्ममंथन और स्थिरता महत्वपूर्ण होगी.
कुंभ राशि वालों को साढ़ेसाती में क्या ध्यान रखना चाहिए?
जिम्मेदारियों को स्वीकार करते हुए संयम और धैर्य बनाए रखना.
मीन राशि के लिए शनि का प्रभाव कैसा रहेगा?
आत्मनिरीक्षण, भावनात्मक परिपक्वता और मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देना जरूरी है.
जन्मकुंडली, वास्तु, तथा व्रत त्यौहार से सम्बंधित किसी भी तरह से जानकारी प्राप्त करने हेतु दिए गए नंबर पर फोन करके जानकारी प्राप्त कर सकते है .
ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ
8080426594/9545290847

