
लोक आस्था का महापर्व छठ के आखिरी दिन उपासकों ने उगते सूरज को अर्घ्य दिया. इसके साथ ही चार दिनों तक चलने वाला यह आस्था का महापर्व सम्पन्न हो गया है. सभी व्रती भगवान सूर्य की आराधाना की. इस दौरान देश भर के अलग-अलग छठ घाटों पर श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ा.

इस पर्व में बांस से बनी सूप का इस्तेमाल किया जाता है. कई लोगों के मन में यह सवाल होता है कि छठ पूजा के बाद सूप का क्या करें?

बांस से बनी सूप में छठ पूजा करना शुभ माना जात है. ऐसे में छठ पूजा के बाद सूप को गलती से भी नहीं फेंकना चाहिए.

सूप का घर के कई कामों में इस्तेमाल करना चाहिए. ऐसा करने से संतान सुख मिलता है. इसके साथ ही घर में खुशहाली बनी रहती है.

अगर आप सूप को घर के कामों में इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं तो आप छठ पूजा के सूप को दान भी कर सकते हैं. आप जरूरतमंद लोगों के बीच बांट सकते हैं.

आप बांस के बने सूप को घर के पूजा रूम में भी रख सकते हैं. कहा जाता है कि ऐसा करने से घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है.

अगर नवविवाहित महिलाएं ऐसा करती हैं तो उन्हें संतान की प्राप्ति होती है. परिवार का कल्याण होता है.

छठ पूजा के सूप में ही कई प्रकार के प्रसाद चढ़ाया जाता है. जैसे गन्ना, ठेकुआ और फल. इसीलिए सूप को कभी भी अनदेखी नहीं करना चाहिए.

छठ का व्रत करने से संतान की प्राप्ति होती है. छठ पूजा में व्रती महिलाओं को पानी में खड़ा होकर ही सूर्य को अर्घ्य देना होता है.

बता दें कि छठ का पर्व बिहार, झारखंड, दिल्ली, यूपी समेत कई शहरों में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. महिलाओं द्वारा यह पर्व संतान की लंबी उम्र और उनके खुशहाल जीवन के लिए रखा जाता है.