हाल के दिनों में कथावाचक आसाराम द्वारा अपनी नाबालिग शिष्या के यौन शोषण की काली करतूत सामने आयी है और वर्तमान में वह जेल में है. उनका बेटा भी ऐसे ही मामले में फरार है और इस बारे में उनकी पत्नी और बेटी से पुलिस पूछताछ कर रही है.
लेकिन इन सबके बावजूद उनके समर्थक उनका साथ दे रहे हैं और अलग-अलग जगहों पर प्रदर्शन करते नजर आ रहे हैं, जो बड़ा ही दुर्भाग्यपूर्ण है. वे इसे साजिश बता रहे हैं और हालत यह है कि इससे जाने-अनजाने समाज में फैले अन्य ढोंगी साधुओं को प्रोत्साहन मिल रहा है. साजिश की बात करनेवाले जरा यह सोचें कि जयपुर, गांधीनगर, इंदौर आदि सभी जगहों से धीरे-धीरे ऐसे ही मामले सामने आ रहे हैं, जिनमें आसाराम पर अलग-अलग लड़कियों ने यौन शोषण के आरोप लगाये हैं. अब सभी लोग झूठे नहीं हो सकते न!
कपूर महतो, धनबाद