पिछली बार जब मौसम विज्ञान से जुड़ा उपग्रह ‘इनसैट’ सफलता– पूर्वक छोड़ा गया, तो हम भारतीयों को विश्वास हो गया था कि अब हमारे देश का मौसम विभाग और वैज्ञानिक अच्छी तरह काम कर सकेंगे और यही हुआ भी.
जब फैलिन का कहर हमारे देश में आया, विशेषकर आंध्र प्रदेश और ओड़िशा के समुद्री तट बुरी तरह प्रभावित हुए, तब भारत के मौसम वैज्ञानिकों ने पूरे विश्व को दिखला दिया कि भारत इस क्षेत्र में कितना आगे बढ़ गया है.
फैलिन का पूर्वानुमान एकदम सही निकला, साथ ही हर घंटे मौसम विभाग इसे अद्यतन करता रहा. इससे फायदा यह हुआ कि इस भारी चक्रवात से प्रभावित क्षेत्रों में हानि बहुत कम हुई और दुनियाभर के सामने एक अच्छी मिसाल पेश हुई. इसमें मीडिया की भी भूमिका सराहनीय रही, जो हर पल लोगों को सावधान करने में लगी रहा.
डॉ भुवन मोहन, हिनू, रांची