झारखंड के माननीय शिक्षा मंत्री ने जैक सचिव से खराब रिजल्ट को लेकर सवाल पूछा. जैक सचिव ने डीइओ से पूछा और डीइओ ने शिक्षकों पर कार्रवाई करने की बात कही. यह खेल पिछले कई वर्षों से चलता आ रहा है.
हर किसी को पता है कि जिस झारखंड में लगभग 80 प्रतिशत से ज्यादा शिक्षक के पद खाली हैं, वहां अच्छा रिजल्ट एक सपना ही है. क्या सरकार के कोई भी मंत्री या पदाधिकारी ऐसा एक भी स्कूल बता सकते हैं जहां सभी स्वीकृत विषयों के शिक्षक उपलब्ध हैं?
सरकार का मानना है कि पहले विद्यार्थी आयेंगे तब शिक्षकों की बहाली होगी जबकि बच्चे कहते हैं कि शिक्षक होंगे तभी उस विद्यालय में नामांकन लूंगा. अब सरकार ने स्कूल मर्जर की व्यवस्था लागू की है. जिन स्कूलों में बच्चों की संख्या 50 से कम है, उन्हें बंद किया जा रहा है. इससे कोई समाधान निकलने वाला नहीं क्योंकि जब तक विषयवार शिक्षकों की पूरी व्यवस्था नहीं होती, बच्चों का प्रदर्शन बेहतर नहीं होगा.
धीरेंद्र मिश्रा, इमेल से