आइसीसी वर्ल्ड टी20 के फाइनल में श्रीलंका के हाथों भारत की हार के बाद कुछ लोगों ने युवराज सिंह के घर पर पथराव कर दिया. युवराज वह खिलाड़ी हैं, जिन्होंने कई मौकों पर भारतीय टीम का नाम ऊंचा किया है. वे कैंसर पर विजय प्राप्त कर क्रि केट में वापसी करने वाले ऐसे योद्धा हैं, जिनसे सदियां प्रेरणा लेती रहेंगी. यह संवेदनहीनता की पराकाष्ठा ही तो है कि कुछ लोग अनिश्चितता के खेल में मिली हार को सहने के लिए तैयार नहीं हैं.
क्रिकेट का उद्देश्य लोगों का मनोरंजन है और इसमें होने वाली हार-जीत को सामान्य रूप से ही स्वीकारना चाहिए. इस तरह का हिंसक व्यवहार चिंताजनक है और उन लोगों को अपनी सोच बदलने की आवश्यकता है जिन्हें खेल भावना से कोई सरोकार नहीं. खेल को खेल की ही तरह देखा जाना चाहिए.
आनंद मिश्र, रांची