पर कमीशन के चक्कर में कुछ डॉक्टर (सभी नहीं) पैकेज में शामिल 60 से 75 तरह की जांच कराने की सलाह दे देते हैं. किडनी, लिवर, थायराइड, कॉलेस्ट्राल, सुगर, सोडियम, पोटाशियम आदि की भी जांच लिख देते हैं. एक पैथोलॉजिस्ट के अनुसार, रुमेटोयड अर्थराइटिस की जांच में 250 से 500 रुपये (मुनाफा के साथ) खर्च आता है. पर मरीज को पैकेज में शामिल पूरी जांच के लिए 1500 से 5000 रुपये देने पड़ते हैं (यह इस बात पर निर्भर करता है कि मरीज को किस तरह की पैकेज जांच के लिए भेजा गया है).
वहीं अगर मरीज एनिमिया से पीड़ित है, तो हिमोग्लोबीन, आरबीसी व ब्लड स्लाइड जांच से काफी हद तक जानकारी मिल जाती है. इस जांच में 100 से 150 (मुनाफा के साथ) रुपये तक खर्च आता है. लेकिन पैकेज में शामिल अनावश्यक जांच के कारण मरीज को 1400 से 3,000 रुपये देने पड़ जाते हैं.

