इस्लामाबाद : कृष्णा कुमारी ने पाकिस्तान में इतिहास रच दिया है. वह पाकिस्तान में सीनेटर चुनी जाने वालीं पहली हिंदू दलित महिला बन गयी हैं. बता दें कि दिवंगत बेनजीर भुट्टो के बेटे बिलावल अली जरदारी के नेतृत्व वाली पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी ने सीनेट चुनाव में उन्हें प्रत्याशी बनाया था. कृष्णा ने शुरुआती दिनों में सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में काम किया है.सिंध प्रांत के थार से आनेवाली कृष्णा कुमारी की जीत इसलिए भी अहम है, क्योंकि वहां धार्मिक अल्पसंख्यकों की स्थिति अच्छी नहीं है.
Congratulations Krishna Kumari Kolhi, elected as Senator on reserve seat for Women from Sindh. pic.twitter.com/oGtyODlF0S
— Pakistan Peoples Party – PPP (@PPP_Org) March 3, 2018
दलित परिवार से संबंध रखने वाली कृष्णा कुमारी का बचपन बेहद तकलीफ और आभावों में गुजरा. एक जमींदार ने उनके परिवार को तीन सालों तक निजी जेल में रखा था. उस वक्त कृ्ष्णा की उम्र मात्र तीन साल की थी. इतनी मुश्किल परिस्थितियों में पली-बढ़ी कृष्णा कुमारी का राजनीति के इस मुकाम पर पहुंचना एक बड़ी उपलब्धि है.