खूंटी मुख्यालय से मात्र पांच किलोमीटर की दूरी पर अनिगड़ा में पत्थलगड़ी समर्थकों की कार्रवाई
रांची/खूंटी : खूंटी के अनिगड़ा स्थित श्मशान घाट के पास मंगलवार को पुलिस के साथ हुई झड़प के बाद करीब 300 पत्थलगड़ी समर्थकों ने सांसद व पूर्व लोकसभा उपाध्यक्ष कड़िया मुंडा के घर हमला कर दिया. सुरक्षा में तैनात तीन पुलिसकर्मी को अगवा कर लिया.
तीनों पुलिसकर्मी लातेहार के महुआडाड़ निवासी सुबोध कुजूर, सिमडेगा निवासी विनोद केरकेट्टा और पोकला निवासी सियोन सुरीन हैं. पत्थलगड़ी समर्थक तीनों को दिन के करीब 2.30 बजे अगवा कर अपने साथ ले गये. तीनों के साथ मारपीट भी की. इनके तीन इंसास राइफल भी लूट ली.
घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस महकमा में हड़कंप मच गया. रांची और खूंटी के अलावा दिल्ली तक गतिविधियां तेज हो गयीं. तीनों को मुक्त कराने के लिए खूंटी डीसी सूरज कुमार और एसपी अश्विनी कुमार सिन्हा 500 पुलिसकर्मियों के साथ शाम सात बजे के करीब घाघरा में आयोजित ग्रामसभा के बाहर पहुंचे.
ग्रामसभा का आयोजन युसूफ पूर्ति की ओर से की गयी थी. दोनों अधिकारियों ने ग्रामसभा में शामिल लोगों से वार्ता का प्रयास किया. पर ग्रामसभा की ओर से कहा गया कि पुलिस प्रशासन की ओर से मात्र पांच लोग ही वार्ता के लिए आयें. इसके बाद प्रशासन की ओर से भी यही शर्त रखी गयी. हालांकि दोनों पक्ष इसके लिए तैयार नहीं हुए.देर रात तक वार्ता शुरू नहीं हो सकी थी. तीनों पुलिसकर्मी पत्थलगड़ी समर्थकों के कब्जे में ही थे.
कैसे हुई घटना : खूंटी मुख्यालय से मात्र छह किमी दूर घाघरा में मंगलवार को पत्थलगड़ी का कार्यक्रम आयोजित किया गया था. इसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल थे. इस बीच एसपी के साथ बड़ी संख्या में पुलिस वहां पहुंची.
पुलिस अड़की के कोचांग में हुए गैंग रेप की घटना का मास्टरमाइंड जॉन जोनास तिड़ू की तलाश कर रही थी. पुलिस की ओर से इसके लिए माइक पर एलान भी किया गया. इसके बाद पत्थलगड़ी समर्थक धीरे-धीरे पुलिस के करीब पहुंच गये. घिरता देख पुलिसकर्मी पत्थलगड़ी स्थल से पीछे हट कर सांसद कड़िया मुंडा के घर से एक किमी दूर श्मशान घाट के पास पहुंच गयी. बड़ी संख्या में पत्थलगड़ी समर्थक भी वहां पहुंच गये. बचाव में पुलिस ने पत्थलगड़ी समर्थकों पर लाठी चार्ज कर दिया. पत्थलगड़ी समर्थकों ने भी पुलिस पर पथराव किया.
घटना में आधा दर्जन पत्थलगड़ी समर्थक घायल हो गये. बिरसाई मुंडा (40) के सिर में चोट लगने के बाद उसे रिम्स भेजा गया. कुछ पुलिसकर्मियों को भी आंशिक चोटें आयी. इसके बाद पुलिसकर्मी वहां से हट कर खूंटी आ गये. इस घटना के बाद अाक्रोशित करीब 300 पत्थलगड़ी समर्थकों ने कड़िया मुंडा के घर पर हमला कर दिया.
कमरों का दरवाजा खोल ली तलाशी, छत पर भी गये पत्थलगड़ी समर्थक
क्या हुआ सांसद के घर पर
पुरुष से अधिक थी महिलाओं की संख्या : कड़िया मुंडा के घर पर हमला करनेवाले पत्थलगड़ी समर्थकों में आधे से अधिक महिलाएं थी.करीब 300 की संख्या में पहुंचे पत्थलगड़ी समर्थकों ने सबसे पहले कड़िया मुंडा के घर में तैनात हाउस गार्ड को कब्जे में कर लिया. उन्हें कुछ सोचने का मौका ही नहीं मिला. उन्होंने तीन पुलिसकर्मी सुबोध कुजूर, विनोद केरकेट्टा व सियोन सुरीन के साथ मारपीट की.
तीनों की इंसास राइफल छीन ली. हवलदार बैजू उरांव घर के अंदर थे, इस कारण वह बच गये. पत्थलगड़ी समर्थकों का उग्र रूप देख कर वह बाहर नहीं निकला. इसके बाद पत्थलगड़ी समर्थकों ने सांसद के अनाज घर और अन्य कमरों का दरवाजा खोल कर तलाशी ली.
फिर घर की छत पर चढ़ गये. घटना के समय सांसद की दोनों बहू घर में मौजूद थी. बगल के घर में सांसद की भाभी व उनके परिवार के लोग मौजूद थे. पत्थलगड़ी समर्थकाें ने सांसद के परिजनों को धमकी दी कि अगर पुलिस को सूचना दी, तो अंजाम बुरा होगा. इसके बाद पत्थलगड़ी समर्थक तीन पुलिसकर्मी को कब्जे में लेकर घाघरा की ओर चले गये.
परिजनों ने दी सूचना
पत्थलगड़ी समर्थकों के चले जाने के बाद परिजनों ने मामले की सूचना सांसद कड़िया मुंडा को मोबाइल पर दी. सांसद के साथ उनके दोनों बेटे जगन्नाथ व अमरनाथ को भी सूचना दी गयी. सभी दिल्ली में हैं.
इसके बाद सांसद के दोनों बेटों ने खूंटी पुलिस के डीएसपी को मामले की जानकारी फोन के जरिये दी. पर तीन घंटे की देरी के बाद शाम छह बजे एसपी और डीसी के नेतृत्व में पुलिसकर्मी सांसद के घर पहुंचे.
