नयी दिल्ली : कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय ने निजी क्षेत्र की विमानन कंपनी जेट एयरवेज द्वारा अपने जून तिमाही नतीजों की घोषणा टालने पर स्पष्टीकरण मांगा है. सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी. संकट में फंसी जेट एयरवेज के निदेशक मंडल ने 9 अगस्त को जून तिमाही के अनांकेक्षित वित्तीय नतीजे टाल दिये थे.
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सूत्रों ने बताया कि नतीजों की घोषणा में देरी पर मंत्रालय ने जेट एयरवेज से स्पष्टीकरण मांगा है. समझा जाता है कि ऑडिटरों के एयरलाइन के चलता हालत को लेकर कुछ मुद्दे हैं. यहां चलने की हालत से आशय यह है कि कंपनी भविष्य में कारोबार में बनी रहेगी और उसे अपना परिचालन बंद करने की जरूरत नहीं होगी और न संपत्तियों का परिसमापन करना होगा. भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) भी एयरलाइन द्वारा जून तिमाही के नतीजे टालने के मामले पर गौर कर रहा है.
गौरतलब है कि एयरलाइन के निदेशक मंडल की बैठक आगामी 27 अगस्त को होगी, जिसमें 30 जून को समाप्त पहली तिमाही के अनांकेक्षित वित्तीय परिणामों पर विचार करने के बाद उसे मंजूरी दी जायेगी.