औरंगाबाद : खुशखबरी, खुशखबरी, खुशखबरी. अब जॉब पाना हुआ आसान. एक कॉल करें और मल्टीनेशनल कंपनी में नौकरी पायें. कुछ इसी तरह के लिखे पोस्टर शहर के सभी प्रमुख चौक-चौराहों व गली में अक्सर दिखते हैं. वास्तव में ये पोस्टर बेरोजगारों को झांसा देने का माध्यम होते हैं.
यदि कोई पोस्टर पर लिखे नंबरों पर कॉल करता है तो कुछ रुपये मांगे जाते हैं और नौकरी देने का दावा किया जाता है. लेकिन, हकीकत में यह पूरा फर्जीवाड़ा होता है. प्रभात खबर के एक रिपोर्टर ने जानी पूरी हकीकत.
जालसाज व रिपोर्टर की बातचीत के अंश
रिपोर्टर- मैंने आपका पोस्टर देखा था कहां नौकरी मिलेगी.
जालसाज- कहां से बात कर रहे हैं और कितना पढ़े हैं.
रिपोर्टर- इंटरमीडिएट तक पढ़ाई की है.
जालसाज- इंटरमीडिएट पर क्वालिटी चेकिंग का काम मिलेगा.12 हजार 500 सैलरी है.रहना-खाना कंपनी का है. नौ से पांच आठ घंटे की ड्यूटी व रविवार को छुट्टी मिलेगी.
रिपोर्टर- हमें क्या करना होगा.
जालसाज- आधार कार्ड का कॉपी और 1360 रुपये रजिस्ट्रेशन शुल्क लगेगा.
रिपोर्टर- कहां शुल्क जमा करना होगा.
जालसाज- पैसे और डॉक्यूमेंट लेकर अापको गया बस स्टैंड या गया स्टेशन पर आना होगा. यही तुरंत आपको नौकरी मिलेगी.
रिपोर्टर- कहां ड्यूटी मिलेगी.
जालसाज- औरंगाबाद, डिहरी, सासाराम, पटना, बक्सर, आरा में नौकरी मिलेगी. गया आने से पहले एक बार फोन जरूर कर लेंगे.
- नौकरी के साथ रहना-खाना सब कुछ फ्री
- कागजात लेकर आएं तुरंत नौकरी पाएं
- शहर से गांव तक लगे हैं फर्जी पोस्टर
औरंगाबाद शहर के रमेश चौक, महाराजगंज रोड, धर्मशाला चौक, सिन्हा कॉलेज मोड़, बस स्टैंड, ओबरा के बेल मोड़, सब्जी मार्केट, दाउदनगर भखरूआ मोड़ पर ऐसे फर्जी पोस्टर आपको मिलेंगे. इसके अलावा अनुग्रह नारायण रोड स्टेशन पर इन फर्जी पोस्टरों की भरमार है. ट्रेन की हर बोगी में ऐसे पोस्टर हर सीट के पास चिपकाये गये है.पोस्टरों में बड़ी-बड़ी कंपनियों के नाम लिखे होते हैं जिससे युवा बहक जाते हैं और उनके जाल में फंस जाते हैं
पहले भी हो चुकी हैं जालसाजी की घटनाएं
केस 1 : शहर के न्यू एरिया मोहल्ले करीब 8 महीने पहले एक फर्जी एजेंसी का कार्यकाल बनाकर पैसे की वसूली की जाती थी. सरकारी विद्यालयों में बनने वाले मध्यान भोजन की जांच करने की नौकरी देने के नाम पर प्रति व्यक्ति से चार हजार रुपये लिया जाता था. ऐसे करीब 150 लोगों से वसूली की जा चुकी थी. पुलिस में इस मामले में दो जालसाजों को गिरफ्तार किया था.
केस 2 : औरंगाबाद निवासी अमोद कुमार से पलामू के एक जालसाज ने नौकरी दिलाने के नाम पर डेढ़ लाख रुपये की ठगी की थी.पैसा लेकर नौकरी नहीं लगाने पर ठगी के शिकार चार युवक बिहार से धंधेबाज से रुपये की मांग करने गए थे पर उसने उन लोगों पर ही अपहरण का आरोप लगा दिया था. पता चला था कि जालसाज बैंक व रेलवे में नौकरी के नाम पर युवाओं से ठगी करता था़ वह 23 लाख रुपये से अधिक की ठगी कर चुका था.
केस 3 : औरंगाबाद निवासी अमोद कुमार से पलामू के एक जालसाज ने नौकरी दिलाने के नाम पर डेढ़ लाख रुपये की ठगी की थी.पैसा लेकर नौकरी नहीं लगाने पर ठगी के शिकार चार युवक बिहार से धंधेबाज से रुपये की मांग करने गये थे पर उसने उन लोगों पर ही अपहरण का आरोप लगा दिया था. पता चला था कि जालसाज बैंक व रेलवे में नौकरी के नाम पर युवाओं से ठगी करता था़. वह 23 लाख रुपये से अधिक की ठगी कर चुका था.
