Viral Video : महाराष्ट्र के वाशिम जिले के किसान मनीष देशमुख इस गणेशोत्सव पर एक प्रेरणादायक उदाहरण बनकर उभरे हैं. जब प्लास्टर ऑफ पेरिस से बनी मूर्तियों से होने वाले पर्यावरणीय नुकसान को लेकर चिंताएं बढ़ रही हैं, तब देशमुख ने गाय के गोबर से बनी 1,500 से अधिक गणेश मूर्तियां तैयार की हैं. यह इस प्रिय त्योहार को मनाने का एक अधिक हरित और पर्यावरण-सुरक्षित तरीका प्रस्तुत करती हैं. इसका वीडियो सामने आया है जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. आप भी देखें यह वायरल वीडियो.
पिछले साल, देशमुख ने 600 मूर्तियां बनाई थीं और करीब 1 लाख रुपये का लाभ कमाया था. श्रद्धालुओं की बढ़ती जागरूकता और मिले अच्छे रिस्पांस से प्रेरित होकर, इस साल उन्होंने ज्यादा मूर्तियां बनाई. वे लगभग 2 लाख रुपये कमाने की उम्मीद कर रहे हैं. लेकिन उनके लिए यह पहल केवल फायदा कमाने के बारे में नहीं है, बल्कि जिम्मेदार और पर्यावरण-संवेदनशील उत्सव मनाने की एक अभियान बनाने के बारे में है.
मूर्तियां पानी में घुल जाती हैं आसानी से
इन मूर्तियों की सबसे खास बात यह है कि जहां प्लास्टर ऑफ पेरिस (POP) की मूर्तियों जलस्रोतों को प्रदूषित करती हैं, वहीं देशमुख की बनाई मूर्तियां पानी में आसानी से घुल जाती हैं और यहां तक कि फसलों के लिए खाद के रूप में भी इस्तेमाल की जा सकती हैं. यानी, ये मूर्तियां धरती को नुकसान पहुंचाने के बजाय उसे पोषण देती हैं. देशमुख कहते हैं, “गणपति बप्पा हमें हमेशा प्रकृति की रक्षा और उसका संवर्धन करना सिखाते हैं. इन मूर्तियों के जरिए हम उसी संदेश को जीवित रख रहे हैं.”

