Vice Presidential Election: इंडिया गठबंधन की ओर से बताया गया है कि उपराष्ट्रपति चुनाव की मतदान प्रक्रिया के बारे में जानकारी दिये जाने के बाद सोमवार को दोपहर करीब ढाई बजे संविधान सदन (पुराना संसद भवन) के सेंट्रल हॉल में ‘मॉक’ मतदान कराया जाएगा. शाम करीब 7:30 बजे कांग्रेस अध्यक्ष खरगे विपक्षी सांसदों के लिए संसदीय सौध में रात्रिभोज का आयोजन करेंगे.
सी पी राधाकृष्णन और बी सुदर्शन रेड्डी के बीच मुकाबला
9 सितंबर को होने वाले उपराष्ट्रपति चुनाव में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के उम्मीदवार सी पी राधाकृष्णन और विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी के बीच सीधा मुकाबला है. इस बार दोनों उम्मीदवार दक्षिण भारत से हैं. राधाकृष्णन तमिलनाडु से जबकि रेड्डी तेलंगाना से हैं. उपराष्ट्रपति चुनाव को विपक्ष ने वैचारिक लड़ाई बताया है, जबकि संख्याबल सत्तारूढ़ राजग के पक्ष में है.
मतदान 9 सितंबर को सुबह 10 बजे शुरू होगा और शाम 5 बजे समाप्त होगा
उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए निर्वाचन अधिकारी राज्यसभा महासचिव पीसी मोदी ने कहा है कि मतदान मंगलवार को संसद भवन के कमरा संख्या एफ-101, वसुधा में होगा. मतदान 9 सितंबर को सुबह 10 बजे शुरू होगा और शाम 5 बजे समाप्त होगा. मतगणना उसी दिन शाम 6 बजे शुरू होगी और उसके तुरंत बाद परिणाम घोषित किये जाएंगे.
मतदान में दोनों सदनों के सदस्य होंगे शामिल
राज्यसभा सचिवालय द्वारा जारी बयान में कहा गया है, ‘‘भारत के उपराष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए निर्वाचक मंडल में संसद के दोनों सदनों के सदस्य शामिल होते हैं. राज्यसभा के मनोनीत सदस्य भी निर्वाचक मंडल में शामिल होने के पात्र हैं और इसलिए, चुनाव में भाग लेने के हकदार हैं.’’ ‘‘संसद भवन में मतदान की व्यवस्था 2025 के उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए निर्वाचन अधिकारी एवं राज्यसभा के महासचिव पीसी मोदी द्वारा की जा रही है.’’ 17वें उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए, निर्वाचक मंडल में राज्यसभा के 233 निर्वाचित सदस्य (वर्तमान में पांच सीटें रिक्त हैं), राज्यसभा के 12 मनोनीत सदस्य और लोकसभा के 543 निर्वाचित सदस्य (वर्तमान में एक सीट रिक्त है) शामिल हैं. निर्वाचक मंडल में कुल 788 सदस्य (वर्तमान में 781) हैं.
राधाकृष्णन महाराष्ट्र के राज्यपाल हैं, तो रेड्डी सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज
राधाकृष्णन तमिलनाडु में BJP के वरिष्ठ नेता रहे हैं और वर्तमान में महाराष्ट्र के राज्यपाल हैं, जबकि रेड्डी सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश हैं. रेड्डी (79) जुलाई 2011 में शीर्ष अदालत से सेवानिवृत्त हुए थे. वह एक वरिष्ठ न्यायविद हैं. उन्होंने एक फैसले में, नक्सलियों से लड़ने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा गठित सलवा जुडूम को असंवैधानिक घोषित कर दिया था. सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के रूप में रेड्डी ने विदेश में बैंक खातों में अवैध रूप से रखे गए बेहिसाबी धन को वापस लाने के लिए सभी कदम उठाने के वास्ते एक विशेष जांच दल (एसआईटी) के गठन का आदेश दिया था.

