Mahakumbh Stampede: महाकुंभ में मंगलवार देर रात अचानक लोगों की भारी भीड़ बढ़ गई. संगम नोज क्षेत्र में पहुंचने की होड में हादसा हुआ. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस ‘हादसे’ को ‘अत्यंत दुखद’ करार दिया और इसमें अपने परिजनों को खोने वाले श्रद्धालुओं के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भगदड़ के बाद स्थिति की समीक्षा के लिए लखनऊ में मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक समेत अनेक वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की. उन्होंने हादसे के बारे में जानकारी दी. बताया, ‘‘रात में एक से दो बजे के बीच अखाड़ा मार्ग पर, जहां से अमृत स्नान की दृष्टि से बैरिकेड्स लगाए गए थे, उनको फांदकर आने में कुछ श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हुए हैं. उन्हें तत्काल अस्पताल पहुंचाकर उपचार की व्यवस्था की गई है। उनमें से कुछ श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हैं.’’

घटना के बाद संगम की ओर जा रही एंबुलेंस और पुलिस वाहनों के तेज सायरन की आवाज कुंभ मेला क्षेत्र में लाउडस्पीकरों से गूंज रहे मंत्रों और श्लोकों के निरंतर उच्चारण को भेद रही थी. घायलों को मेला क्षेत्र में स्थापित केंद्रीय अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका इलाज जारी है. सुरक्षाकर्मी और बचावकर्मी कई घायलों को स्ट्रेचर पर ले जाते देखे गए. घटनास्थल पर कंबल और बैग समेत लोगों का सामान भी इधर-उधर बिखरा नजर आया.

योगी आदित्यनाथ ने कहा, संगम नोज, अखाड़ा मार्ग और नाग वासुकी मार्ग पर लगातार दबाव बना हुआ है. उन्होंने सभी श्रद्धालुओं से अपील की कि वे ‘अफवाहों’ पर ध्यान ना दें और संयम से काम लें. ‘लगभग 15 से 20 किलोमीटर के दायरे में अस्थाई घाट बनाए गए हैं. आप जहां पर हैं, उसमें कहीं भी स्नान कर सकते हैं. आवश्यक नहीं है कि संगम नोज की तरफ ही आएं.

हादसे की जो तस्वीरें सामने आ रही हैं, काफी भयभीत करने वाली हैं. तस्वीरों में श्रद्धालुओं के सामान बिखरे नजर आ रहे हैं.


