नयी दिल्ली : ऑक्सीजन संकट से जूझ रहे देश के कई अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी से कोरोना मरीजों की मौत हो रही है. वहीं कुछ मामले ऐसे भी हैं जहां अस्पतालों में जगह की कमी की वजह से मरीजों को भर्ती नहीं किया जा रहा है और वे अस्पताल के चौखट पर ही दम तोड़ दे रहे हैं. कोरोनावायरस ने पूरे देश में तबाही मचा दी है. अब अपनों की मौत पर परिजनों का पूरा गुस्सा अस्पताल पर फूट रहा है. कई अस्पतालों में हिंसक घटनाएं हुई हैं.
उत्तर प्रदेश के आगरा में मंगलवार को लोटस अस्पताल में मारपीट-तोडफ़ोड़ की गयी है. अस्पताल के स्टाफ और नर्सों से अभद्रता की गयी है. पुलिस ने अस्पताल में तोडफ़ोड़-मारपीट आदि के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है. एसपी सिटी बोत्रे रोहन प्रमोद ने बताया कि थाना हरीपर्वत अंतर्गत लोटस हॉस्पीटल में इरफान नाम का एक मरीज भर्ती है, जिसकी मौत की अफवाह उड़ा दी गयी.
उन्होंने बताया कि अफवाह पर उपद्रवियों ने हॉस्पिटल में आकर नर्स और स्टाफ से मारपीट और तोडफ़ोड़ की. प्रमोद ने बताया कि थाना हरीपर्वत में उक्त उपद्रवियों के खिलाफ हॉस्पीटल में तोडफ़ोड़ आदि के संदर्भ में धारा 347 और 3०7 में मुकदमा दर्ज किया गया है. जो भी वांछित है उनकी शीघ्र गिरफ्तारी की जायेगी.
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बता दें कि यह हाल केवल उत्तर प्रदेश का नहीं है. इटावा में कोरोना संक्रमित चार मरीजों की मौत के बाद परिजनों ने एमसीएच विंग में बने कोविड अस्पताल में जमकर हंगामा किया. परिजनों का आरोप है कि डॉक्टरों ने मरीज को ऑक्सीजन और सही इलाज नहीं दिया. परिजनों का कहना है कि ऑक्सीजन की कमी के कारण मरीजों की मौत हुइ है.
यही हाल दिल्ली का है. कोरोना संक्रमित एक महिला की मौत हो गयी. परिजनों का दावा है कि अपोलो अस्पताल में बिस्तर नहीं मिलने के कारण महिला की मौत हुई है. मौत के बाद परिजनों का गुस्सा अस्पताल पर फूट पड़ा. परिजनों ने अस्पताल कर्मियों पर हमला बोल दिया और तोड़फोड़ की. दिल्ली पुलिस ने कहा है कि इस संबंध में कोई लिखित शिकायत नहीं मिली है.
Posted By: Amlesh Nandan