नयी दिल्ली : दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्षों ने आईएमए आफिस द्वारा जारी एक बयान की निंदा की है, जिसके जरिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सवाल उठाया जा रहा है. दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने जारी बयान में कहा है कि पीएम मोदी के बारे में जो कुछ कहा जा रहा है वह बिलकुल गलत है. उन्होंने फार्मास्यूटिकल्स के सीईओ के साथ हुई बैठक में कोई भी विवादित बयान नहीं दिया है.
गौरतलब है कि एक जनवरी को प्रधानमंत्री ने फार्मास्यूटिकल्स कंपनियों के साथ बैठक की थी, जिसके बाद यह खबरें आयीं कि पीएम मोदी ने इस बैठक में कहा था कि दवा कंपनियां डॉक्टर्स को रिश्वत देती हैं. इस खबर के सामने आने के बाद इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने प्रधानमंत्री से स्पष्टीकरण की मांग की थी.
एसोसिएशन ऑफ फार्मास्युटिकल कंपनियों ने भी अपने बयान में स्पष्ट किया गया है कि बैठक में ऐसी कोई चर्चा नहीं हुई, जिसपर विवाद हो.दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्षों ने बयान में कहा कि यह बहुत ही निराशाजनक है कि आईएमए के कुछ पदाधिकारी अपनी राजनीतिक मजबूरियों के कारण पीएम के खिलाफ एक अपमानजनक अभियान चला रहे हैं. उनका यह अभियान राष्ट्रीय हित में नहीं है.जबकि सच्चाई यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार के लिए काफी काम कर रहे हैं और कई सुधारात्मक कदम भी उठाये हैं.
उनके प्रयासों से आने वाले वक्त में नागरिकों को काफी लाभ मिलेगा.हम प्रधानमंत्री के उन कार्यों की सराहना करते हैं जिसके जरिये उन्होंने दवाओं की कीमत घटाई साथ ही जनऔषधि केंद्र और आयुष्मान भारत जैसी योजना देश के नागरिकों के लिए लेकर आये. यह बयान दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन के इलेक्टेड प्रेसिडेंट डॉ बीबी वाधवा, डॉ हरीश गुप्ता( पूर्व अध्यक्ष दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन), डॉ एससीएल गुप्ता( पूर्व अध्यक्ष दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन) और डॉ अश्वनी गोयल (पूर्व अध्यक्ष दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन) की ओर से जारी किया गया है.