श्रीनगर : जम्मू कश्मीर में हिमस्खलन की तीन घटनाओं में सोमवार की रात से चार सैनिकों समेत नौ लोगों की मौत हो गयी. पुलिस और रक्षा सूत्रों ने यह जानकारी दी.
रक्षा सूत्रों ने बताया कि मंगलवार को नियंत्रण रेखा पर माछिल सेक्टर में सेना की एक चौकी हिमस्खलन की चपेट में आ गयी जिसमें पांच सैनिक फंस गये. बचाव अभियान चलाया गया और चार सैनिकों का पता लगा लिया गया. सूत्रों ने बताया कि उनमें से तीन को मृत घोषित कर दियागया, जबकि एक अन्य घायल है और उसका एक स्थानीय सैन्य अस्पताल में इलाज चल रहा है. लापता सैनिक का पता लगाने की कोशिशें चल रही है. पुलिस ने बताया कि गंदेरबल जिले में गगनगीर इलाके के एक गांव में एक अन्य हिमस्खलन हुआ जिसमें पांच नागरिकों की मौत हो गयी, जबकि चार अन्यों को बचा लिया गया. तीसरी घटना कश्मीर के नौगाम सेक्टर में सोमवार की रात साढ़े आठ बजे हुई जिसमें एलओसी पर बीएसएफ की चौकी पर हिमस्खलन हुआ. इस घटना में बीएसएफ के एक जवान की मौत हो गयी और छह अन्य को बचा लिया गया.
अधिकारियों ने मृत जवान की पहचान बल की 77वीं बटालियन के कांस्टेबल गंगा बारा के रूप में की है. बल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, प्रभावित क्षेत्र में कुल सात सैनिक तैनात थे. छह सैनिकों को सुरक्षित बचा लिया गया, जबकि कांस्टेबल बारा को काफी प्रयासों के बाद भी बचाया नहीं जा सका. जवान पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले का रहने वाला था और 2011 में बीएसएफ में शामिल हुआ था. इस बीच जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल गिरीश चंद्र मुर्मू ने केंद्र शासित प्रदेश के विभिन्न भागों में हिमस्खलनों के कारण लोगों की मौत होने पर मंगलवार को दुख व्यक्त किया. उपराज्यपाल ने अपने संदेश में दिवंगत आत्माओं की शांति और शोक संतप्त परिवारों को शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की. एक आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि मुर्मू ने घायलों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराने के प्रशासन को निर्देश दिये और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की.