मुंबई : कांग्रेस और राकांपा नेताओं की महाराष्ट्र में सरकार गठन के लिए शिवसेना के साथ संभावित तालमेल के तौर तरीकों पर काम करने के वास्ते बुधवार को होने वाली बहुप्रतीक्षित बैठकजारीहै. इस बैठक को दोनों दलों के साझा न्यूनतम कार्यक्रम पर चर्चा के लिए बुलाया गया है.
इससे पहले खबर आयी थी कि कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण के कार्यालय में होने वाली यह बैठक रद्द हो गयी है. परंतु, राकांपा नेता जीतेंद्र अव्हाद ने बताया कि कुछ बातों को गोपनीय रखा जाता है इसलिए अजित पवार ने कहा कि बैठक रद्द हो गयी. सच्चाई यह है कि बैठक अभी भी चल रही है और अजित पवार बैठक में मौजूद हैं. बैठक में चर्चा होनी है कि अगर सरकार बनाने के लिए शिवसेना का समर्थन किया जाता है तो क्या नीतियां होनी चाहिए.
पवार, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल और दोनों दलों के वरिष्ठ नेताओं के बीच मंगलवार को यहां हुई बातचीत के बाद राष्ट्रीय राजधानी में बैठकें होंगी. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने कांग्रेस के साथ न्यूनतम साझा कार्यक्रम पर चर्चा के लिए गठित की जाने वाली संयुक्त कमेटी के सदस्यों के रूप में बुधवार को अपने नेताओं छगन भुजबल, अजीत पवार, जयंत पाटिल, नवाब मलिक और धनंजय मुंडे का नाम सामने रखा. राकांपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, दोनों दलों के प्रदेश के नेता सबसे पहले अपने स्तर पर न्यूनतम साझा कार्यक्रम के संबंध में चर्चा करेंगे. इसके बाद दिल्ली में राष्ट्रीय नेताओं की बैठकों में इस पर चर्चा होगी.
इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए कांग्रेस, राकांपा और शिवसेना के बीच वार्ता तीनों दलों के शीर्ष नेताओं द्वारा ‘साझा न्यूनतम कार्यक्रम’ को मंजूर किये जाने के बाद ही शुरू होगी. चव्हाण ने बताया कि कांग्रेस और राकांपा एक संभावित साझा न्यूनतम कार्यक्रम (सीएमपी) पर बातचीत कर रही हैं, जो शासन का उनका एजेंडा होगा. उन्होंने कहा, हम शिवसेना नेतृत्व से एक-दो दिनों में मिलेंगे. चव्हाण ने कहा, मसौदे (सीएमपी) को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राकांपा प्रमुख शरद पवार और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे की मंजूरी की जरूरत होगी.