नयी दिल्ली : मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि दिल्ली की सार्वजनिक बसों में महिलाओं की तरह बुजुर्गों और तमाम छात्रों को भी नि:शुल्क यात्रा करने की सुविधा दी जा सकती है.
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय राजधानी में महिलाओं के लिए यह सुविधा भाईदूज के दिन मंगलवार से शुरू हो गई. मुख्यमंत्री ने अपने मोबाइल एप ‘एके ऐप’ में कहा कि यह योजना समाज में लैंगिक भेदभाव को दूर कर महिला सशक्तिकरण में मदद पहुंचाएगी और यह भाईदूज पर उनके भाई की ओर से उन्हें एक सौगात है.
केजरीवाल ने कहा, आवागमन का साधन मंहगा होने कारण स्कूल और कॉलेज की पढ़ाई बीच में छोड़ने वाली लड़कियों और महिलाओं को अब ऐसा करने की जरूरत नहीं है. अब वे अपने घरों से दूर स्कूल और कॉलेज आने-जाने के लिए बसों में (नि:शुल्क) सफर कर सकती हैं.
उन्होंने कहा, इसी तरह से, जिन महिलाओं के दफ्तर दूर हैं उन्हें परिवहन पर आने वाले खर्च की चिंता करने की जरूरत नहीं है. दिल्ली परिवहन निगम और क्लस्टर की बसों में सफर करने वाली महिलाओं को मंगलवार को इस योजना के तहत कंडक्टर द्वारा दस रूपये के टिकट दिये गये.
सरकार ऐसे टिकटों के आधार पर ट्रांसपोर्टरों का खर्च उठायेगी. केजरीवाल ने ऐप पर कहा कि आने वाले दिनों में वरिष्ठ नागरिकों और छात्रों के लिए भी नि:शुल्क बस सेवा योजना शुरू की जा सकती है. उन्होंने कहा, सारे काम एक साथ पूरे नहीं किए जा सकते, लेकिन हम यकीनन यह करेंगे। हमने पहले महिलाओं के लिये इसे शुरू किया है और नतीजों के आधार पर हम आने वाले समय में छात्रों और बुजुर्गों के लिए भी नि:शुल्क बस यात्रा सेवा शुरु करेंगे.
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक ने नागरिकों को इस प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध कराने की योजनाओं पर विपक्षी दलों द्वारा सवाल किये जाने की निंदा की और कहा कि कुछ चीजें राजनीति से परे होती हैं और इन दलों को यह समझने की जरूरत है. अगले साल दिल्ली में विधानसभा चुनाव होने हैं.
विपक्षी दलों का आरोप है कि आप सरकार लोगों को लुभाने के लिए मुफ्त योजनाएं ला रही है. केजरीवाल ने कहा, (पूर्व प्रधानमंत्री) राजीव गांधी ने कहा था कि लोगों के कल्याण पर खर्च किये जाने वाले 100 रुपए में से 85 रुपये भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाते हैं और जनता तक केवल 15 रुपये ही पहुंचते हैं. हम उन 85 रुपयों को बचा रहे हैं और दिल्ली की जनता को सुविधाएं दे रहे हैं.
बसों में मार्शलों की तैनाती के बारे उन्होंने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उन्हें सभी सार्वजनिक बसों में तैनात किया जाएगा. केजरीवाल ने जून में बसों और दिल्ली मेट्रो में महिलाओं के लिए मुफ्त सफर योजना की घोषणा की थी.
लेकिन मेट्रो में ऐसा नहीं किया जा सका क्योंकि दिल्ली मेट्रो रेल निगम ने उसके क्रियान्वयन की योजना तैयार करने के लिए वक्त मांगा है. दिल्ली में फिलहाल डीटीसी की 3700 और क्लस्टर योजना के तहत 1800 बसें हैं.