नयी दिल्ली : देशभर में दिवाली के मौके पर आतिशबाजी से जुड़े हादसों में कम से कम सात लोगों की जान चली गयी और कई अन्य घायल हो गये एवं बहुत सारी दुकानें एवं मकान जलकर राख हो गये. वैसे दिल्ली में ऐसी घटनाओं में कमी देखी गयी.
दिल्ली दमकल विभाग को आग लगने से संबंधित 300 से ज्यादा घटनाओं की सूचना मिली. त्योहार की रात पटाखे जलाने की वजह से कई कचरा घरों में आग लग गयी. पटाखों से झुलसे, आंखों में जलन और सांस लेने में परेशानी वाले सैकड़ों मरीजों का देश के विभिन्न अस्पतालों में उपचार किया गया.
जयपुर के सवाई मान सिंह अस्पताल के अनुसार वहां 498 ऐसे मरीज ओपीडी में पहुंचे जिनमें से 142 को भर्ती किया गया और 108 आपात मामले थे. चेन्नई के किलपौक सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में आग से झुलस गये 31 मरीजों का इलाज किया गया. उनमें से एक ऐसा भी व्यक्ति था जिसके अंगूठे और तर्जनी को आंशिक रूप से काटना पड़ा.
कोलकाता में दिवाली पर पटाखे जलाने के दौरान विस्फोट होने से शहर के हरिदेवपुर इलाके में पांच वर्षीय आदि दास और कस्बा इलाके में 40 वर्षीय दीप कुमार कोली की मौत हो गयी. छत्तीसगढ़ के कोंडागांव जिले में दीपावली की रात पटाखा दुकान में आग लगने से तीन लोगों की मौत हो गई.
कोंडागांव जिले के माकड़ी गांव में पटाखा दुकान में आग लगने से काशी सेन, उसके दो दोस्तों बलराम नेताम और शिवलाल श्रीमाली की मौके पर ही मौत हो गई. ओडिशा में भुवनेश्वर में रविवार की रात को कथित तौर पर पटाखे फोड़ने के दौरान एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि क्योंझर जिले में पटाखे के कारण आग लगने से एक आदमी की जान चली गई.
भद्रक जिले में पटाखे जलाने के दौरान चार बच्चे घायल हो गए जबकि गंजाम जिले में आग लगने से एक व्यक्ति झुलस गया, लेकिन राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के बड़े अस्पतालों में इस बार पिछली दिवाली की तुलना में घायलों की संख्या कम रही. देश में सबसे बड़े बर्न यूनिट वाले सफदरजंग अस्पताल में दिवाली के दौरान झुलस गये 62 मरीज आए जिनमें से 11 को भर्ती किया गया.
राम मनोहर लोहिया अस्पताल में 22 मामले आए. सभी पटाखों को जलाने के दौरान मामूली रूप से जल गये थे. किसी को भी भर्ती नहीं करना पड़ा. अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स में जल जाने के मामलों में केवल दो मरीज पहुंचे.
प्रदूषण चिंताओं की वजह से उच्चतम न्यायालय ने पटाखे जलाने के लिए बस दो घंटे का वक्त दिया था. केवल ग्रीन पटाखे जलाये जा सकते हैं जिनमें 30 फीसद कम उत्सर्जन होता है. पंजाब के जालंधर में दीपावली की रात एक खाली भूखंड में फेंके गए पटाखों के डिब्बों में आग लगने के बाद जोरदार धमाका हुआ जिससे आस पास के घरों की खिड़कियां चटख गयी.
इस घटना के बाद बम निष्क्रय दस्ते और अग्निशमन विभाग के कर्मी बुला लिये गये. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि धमाकों के बाद हवा में गोलियां सी बिखर गयीं. पुलिस जांच में इस धमाके में किसी प्रकार के आतंकवादी पहलू की आशंका को खारिज कर दिया गया है.
महाराष्ट्र के सांगली शहर में बाजार क्षेत्र में आग लगने से कम से कम पांच दुकानें जल कर खाक हो गईं. किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. अधिकारी ने बताया, अभी यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि आग पटाखे के कारण लगी या किसी और वजह से.
उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में दीपावली के पटाखे चलाने को लेकर दो पक्षों के बीच विवाद के दौरान गोलीबारी होने से एक पक्ष के पांच लोग और दूसरे पक्ष के दो लोग घायल हो गए.