जयपुर : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को कहा कि भारत पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के वजूद को स्वीकार नहीं करता है इसलिए उसने जम्मू कश्मीर की विधानसभा में पीओके के लिए 24 सीटें खाली रखीं.
सिंह जयपुर के पास धानक्या में पंडित दीनदयाल उपाध्याय जयंती पर एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. सिंह ने कहा, यदि पाकिस्तान के वजूद को हम स्वीकार करते हैं तो यह नहीं मान लिया चाहिए कि पीओके के वजूद को भी हम स्वीकार करते हैं. हम उसके वजूद को स्वीकार नहीं करते क्योंकि पाकिस्तान ने उस पर जबरन कब्जा कर रखा है. राजनाथ ने कहा, हम जाति, पंथ और मजहब के आधार पर राजनीति नहीं करते. हम राजनीति करते हैं तो इंसाफ, इंसानियत और मानवता के आधार पर. राजनाथ ने पाकिस्तान को आगाह किया कि वह 1971 की गलती को नहीं दोहराये. उस युद्ध में पाकिस्तान के दो टुकड़े हो गये और बांग्लादेश के रूप में नया देश सामने आया. उन्होंने कहा, मैंने कहा कि 71 की गलती मत दोहराना वरना पीओके का क्या होगा, अच्छी तरह समझ लेना.
रक्षा मंत्री ने पाकिस्तान की ओर इशारा करते हुए कहा, बराबर आतंकवादियों के माध्यम से भारत को अस्थिर करने की, तोड़ने की यह कोशिश करता है. क्यों करता है? बालाकोट हवाई हमले का जिक्र करते हुए सिंह ने कहा कि भारत ने कभी पाकिस्तान की संप्रभुता को चुनौती नहीं दी. सीआरपीएफ जवानों पर हमले का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के आतंकवादियों ने आकर हमारे सीआरपीएफ के जवानों की हत्या की थी तो आतंकवादियों के ठिकाने पर हमला करना था. हमने पाकिस्तान पर हमला नहीं किया, बालाकोट में केवल वहीं हमला किया जहां पाकिस्तानियों को प्रशिक्षण दिया जाता था. हमने पाकिस्तान की सेना पर हमला नहीं किया. उन्होंने कहा कि हमलोगों ने पाकिस्तान की संप्रभुता को कोई चुनौती नहीं दी. इस हद तक हम लोगों ने सावधानी बरती है, लेकिन आगे भी इसी तरह चलता रहा तो कुछ कहा नहीं जा सकता है.