पठानकोट: विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान ने आज सुबह वायुसेना प्रमुख बीएस धनोआ के साथ मिग-21 लड़ाकू विमान से उड़ान भरी. दोनों ने ये उड़ान पठानकोट एयरबेस से भरी. बता दें कि पठानकोट एयरबेस भारतीय वायुसेना के 26 स्क्वाड्रन के लिए फ्रंट लाइन फाइटर बेस है. वहीं भारतीय वायुसेना के पास रूस निर्मित मिग-21 लड़ाकू विमानों के लगभग 10 स्क्वाड्रन हैं.
#WATCH Pathankot: IAF Chief Air Chief Marshal BS Dhanoa and Wing Commander Abhinandan Varthaman moving towards the MiG-21 before their sortie earlier today. #Punjab pic.twitter.com/Rz9KJVJVWi
— ANI (@ANI) September 2, 2019
पाकिस्तानी एफ-16 को मार गिराया था
गौरतलब है कि विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद तब चर्चा में आए थे जब उन्होंने पाकिस्तान के अमेरिका निर्मित एफ-16 विमानों को मार गिराया था. हालांकि इस दौरान अभिनंदन खुद भी अपने मिग-21 विमान के साथ पीओके में दुर्घटना का शिकार हो गए थे. पाक आर्मी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था. लेकिन जल्द ही उन्हें छोड़ दिया गया था.
इस साल फरवरी में बन गए देश के हीरो
अभिनंदन ने पाकिस्तानी सेना के हिरासत में वहां के अधिकारियों द्वारा पूछे गए सवालों का जिस निर्भिकता से जवाब दिया उससे भारतीय काफी गौरवान्वित हुए थे. उन्होंने अपना नाम और पदनाम तो बता दिया लेकिन कई सारी गोपनीय जानकारियों को साझा करने से मना कर दिया था. हाल ही में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अभिनंदन को वीर चक्र प्रदान करने की घोषणा की गयी थी.
मिग-21 के पायलट रह चुके हैं धनोआ
बता दें अभिनंदन के साथ पठानकोट एयरबेस से उड़ान भरने वाले भारतीय वायुसेना प्रमुख बीएस धनोआ खुद भी मिग-21 के पायलट रह चुके हैं. 1999 में कारगिल युद्ध के दौरान 17 स्क्वाड्रन की कमान संभालते हुए धनोआ ने ये विमान उड़ाया था. हालांकि पिछले काफी समय से मिग-21 की सफलता की दर बहुत कम रही है. आए दिन इन विमानों के दुर्घटनाग्रस्त होने की खबरें आती रहती है.
The Indian Air Force Chief is also a MiG-21 pilot and had flown the planes during the 1999 Kargil war while commanding the 17 Squadron, during the war. https://t.co/wdOED21jTf
— ANI (@ANI) September 2, 2019
जल्द रिटायर होगा मिग-21 विमान
जानकारी के मुताबिक मिग-21लड़ाकू विमान भारतीय सेना में 44 साल पुराने हैं. हाल ही में एक कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के सामने वायुसेना प्रमुख ने कहा था कि हम 44 साल पुराना लड़ाकू विमान उड़ा रहे हैं और इतना पुराना तो कार भी कोई नहीं चलाता. उन्होंने भारतीय वायुसेना में अत्याधुनिक लड़ाकू विमानों को शामिल किए जाने की जरूरत पर बल दिया था. उम्मीद जाहिर की जा रही है कि जल्द ही इन विमानों को सेवानिवृत्त कर दिया जाएगा.