जम्मूः जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक के एक बयान पर विवाद खड़ा हो गया. रविवार को कारगिल लद्दाख पर्यटन महोत्सव को संबोधित करते हुए मलिक ने कहा था कि आतंकियों को पुलिसकर्मियों व अन्य निर्दोषों की हत्या नहीं करनी चाहिए. बल्कि भ्रष्ट राजनेताओं व ब्यूरोक्रेट को मारना चाहिए जिन्होंने वर्षों तक उनके राज्य को लूटा है.
जब विवाद खड़ा हुआ तो राज्यपाल ने इस बयान पर सोमवार को सफाई दी. उन्होंने कहा कि ‘मैं मानता हूं कि मेरी जिम्मेदारी या जो पोजीशन है उस पर ऐसी बात नहीं कहनी चाहिए थी. लेकिन मेरा फ्रस्टेशन भष्टाचार के प्रति ऐसा था कि यह बात निकल गयी’. उन्होंने अपने बयान पर अफसोस जताते हुए कहा, ‘राज्यपाल होते हुए मुझे यह नहीं कहना चाहिए अदरवाइज मैं यही कहूंगा’.\
J&K Governor, Satya Pal Malik to ANI: As Governor, I should have not made such a comment, but my personal feeling is the same as I said. Many political leaders & big bureaucrats are steeped in corruption here. https://t.co/HBdWVaQRHb
— ANI (@ANI) July 22, 2019
कहा कि कई नेता और बड़े नौकरशाह यहां (जम्मू-कश्मीर) भ्रष्टाचार में डूबे हुए हैं. उन्होंने कहा कि मैंने जो भी बयान दिया वो यहां व्याप्त भ्रष्टाचार के कारण गुस्से और हताशा में दिया गया था.
उमर अब्दुल्ला ने बोला था हमला
राज्यपाल सत्यपाल मलिक के बयान पर जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी. उन्होंने कहा था कि आज के बाद जम्मू-कश्मीर में किसी भी राजनेता, सेवारत/ सेवानिवृत्त नौकरशाह की हत्या होती है तो उसके लिए सत्यपाल मलिक जिम्मेदार होंगे.