बेंगलुरूःकर्नाटक में राजनीतिक संकट के बीच बीजेपी ने एच डी कुमारस्वामी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का फैसला किया है. गुरुवार 18 जुलाई को कुमारस्वामी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा होगी. अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के बाद विधानसभा में वोटिंग होगी. लोकसभा की बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की बैठक में ये फैसला लिया गया है.
कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्धारमैया ने कहा कि बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की बैठक में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए तारीख तय की गयी है. इधर, पांच बागी विधायक सुप्रीम कोर्ट पहुंचे और जल्दी मामले की सुनवाई के लिए याचिका दाखिल की.
Siddaramaiah, Congress: Discussion on vote of confidence will be taken up on Thursday at 11 am in Karnataka Assembly. pic.twitter.com/bXDJIHbGqX
— ANI (@ANI) July 15, 2019
भाजपा नेता सुरेश कुमार का कहना है कि यह अब कुमारस्वामी पर निर्भर करता है कि वो विधानसभा में विश्वासमत हासिल करें. उन्होंने इस संबंध में कर्नाटक विधानसभा के स्पीकर से अपील किया है कि वो समय मुकर्रर करें ताकि पहले सरकार विश्वासमत को हासिल करे और बाद में कोई और कार्यवाही हो. बीजेपी के सभी 105 विधायक एक साथ हैं.
Suresh Kumar, BJP, at Vidhana Soudha: It's up to Karnataka CM Kumaraswamy to prove to the state that he enjoys the majority. He has himself asked the Speaker to fix a time, first that should be done, then other business can continue. All our 105 MLAs are together. pic.twitter.com/B5l2yGstY0
— ANI (@ANI) July 15, 2019
कर्नाटक में सत्ता दल और विपक्षी के बीच शह और मात का खेल जारी है. राज्य में उपजा सियासी संकट खत्म नहीं हो रहा. कर्नाटक में सत्तारूढ़ जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन पर खतरा बना हुआ है. बागी विधायकों की खींचतान जारी है. विधानसभा के स्पीकर से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक मामला पहुंचा हुआ है लेकिन 10 दिन बाद भी स्थिति साफ नहीं हो रही है.
कांग्रेस और जनता दल सेकुलर (जेडीएस) बागी विधायकों को मनाने में जुटे हैं. आज यानी सोमवार को एक बार फिर कांग्रेस-जेडीएस विधायक दल की बैठक बुलायी गयी है, जिसमें सभी विधायकों को तलब किया गया है. उधर विश्वासमत प्रस्ताव को लेकर कर्नाटक के विधानसभा स्पीकर आज फैसला ले सकते हैं. स्पीकर आज विपक्षी नेताओं से मुलाकात कर सकते हैं.
कर्नाटक के मुख्यमंत्री कुमारस्वामी सोमवार को विधानसभा में बहुमत साबित कर सकते हैं. क्योंकि मुख्यमंत्री ने खुद शुक्रवार को विधानसभा स्पीकर रमेश कुमार से बहुमत साबित करने के लिए वक्त मांगा था. इस पर स्पीकर ने भरोसा दिलाया था कि वे जिस दिन कहेंगे, उन्हें इसके लिए वक्त दिया जाएगा. भाजपा भी फ्लोर टेस्ट के लिए अड़ी हुई है.
वहीं आज ही पांच विधायक सुप्रीम कोर्ट में मामले में जल्द सुनवाई की याचिका दाखिल कर दिया. इधर, मुंबई के होटेल में डेरा डेले बागी विधायकों ने खुद को गंभीर खतरा बताते हुए मुंबई पुलिस से सुरक्षा मांगी है. विधायकों ने कहा कि वे किसी से भी कांग्रेस नेता से मिलना नहीं चाहते हैं. यह पूरा मामला तब शुरू हुआ जब राज्य विधानसभा में विश्वास मत से ठीक पहले कांग्रेस विधायक एमटीबी नागराज वापस मुंबई पहुंचे.
कांग्रेस विधायक नागराज के वापस मुंबई चले जाने के बाद अब एक बार फिर कर्नाटक की जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन सरकार गंभीर संकट में फंसती दिख रही है. बताया जा रहा है कि कांग्रेस के महासचिव मल्लिकार्जुन खड़गे और कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री जी परमेश्वर आज सुबह मुंबई जाकर इन बागी विधायकों से मिलने का प्रयास कर सकते हैं। उनकी कोशिश रहेगी कि बागी विधायकों को मनाकर राज्य सरकार को बचाया जा सके।