चंडीगढ़ : पंजाब के कुछ मंत्रियों ने नवजोत सिंह सिद्धू के मंत्रीपद से इस्तीफा देने पर निशाना साधते हुए इसे नाटकबाजी करार दिया है. उन्होंने सिद्धू से अपने कार्यों में अधिक शालीनता दिखाने का आग्रह किया. विपक्षी शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने भी सिद्धू के इस्तीफे को नाटक करार दिया. जबकि, शिअद की सहयोगी भाजपा ने पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह से तुरंत सिद्धू को बर्खास्त करने की मांग की.
सिद्धू ने रविवार को ट्विटर पर अपना त्यागपत्र पोस्ट करते हुए उसमें राहुल गांधी समेत कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को टैग किया था. सिद्धू ने मुख्यमंत्री द्वारा स्थानीय प्रशासन और सांस्कृतिक मामलों के अपने विभाग बदले जाने के चार दिन बाद का यह पत्र राहुल को भेजा है. इसपर 10 जून की तारीख डली हुई है.
पंजाब के मंत्रियों ब्रह्म मोहिन्द्रा और चरणजीत चन्नी ने यहां जारी संयुक्त बयान में चुटकी ली कि क्या सिद्धू इतने मूर्ख हैं कि उन्हें ये तक नहीं पता कि मंत्रिपद पार्टी का पद नहीं है और कांग्रेस अध्यक्ष उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं कर सकते. राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे चुके हैं, हालांकि कांग्रेस अब भी उन्हें अपना अध्यक्ष मानती है.
हालांकि सिद्धू ने बाद में ट्वीट किया, ‘पंजाब के मुख्यमंत्री को अपना इस्तीफा भेजूंगा.’ मंत्रियों ने कहा, ‘यह कुछ और नहीं बल्कि ‘नाटकबाजी के शहंशाह’ का नाटक है. अगर उन्हें इस्तीफा देना ही था तो प्रोटोकॉल का अनुसरण कर इसे सीधे मुख्यमंत्री को भेजना था.’ वहीं शिरोमणि अकाली दल के नेता सुखबीर बादल ने कहा कि वह नहीं समझ पा रहे हैं कि सिद्धू ने राहुल गांधी को इस्तीफा क्यों भेजा.
उन्होंने इस पूरे घटनाक्रम को नाटक करार दिया. भाजपा नेता तरुण चुग ने कहा कि अगर उन्हें इस्तीफा देना ही था तो राज्यपाल अथवा मुख्यमंत्री को भी दे सकते थे.