नयी दिल्ली : राजनाथ सिंह, सोनिया गांधी, राहुल गांधी और स्मृति ईरानी सहित 674 उम्मीदवारों के भविष्य का फैसला सोमवार को सात राज्यों में 51 सीटों पर होने वाले चुनावों में करीब नौ करोड़ मतदाता करेंगे.
सत्तारूढ़ भाजपा और इसके सहयोगियों के लिए काफी कुछ दांव पर लगा हुआ है, क्योंकि 2014 के चुनावों में इसने इनमें से 40 सीटों पर जीत दर्ज की थी और दो सीटों पर कांग्रेस ने जीत हासिल की थी, जबकि शेष पर अन्य विपक्षी दलों ने जीत हासिल की. उत्तरप्रदेश में 14 सीटों, राजस्थान में 12 सीटों, पश्चिम बंगाल और मध्यप्रदेश में सात-सात सीटों पर चुनाव होंगे, जबकि बिहार में पांच और झारखंड में चार सीटों के लिए चुनाव होना है. जम्मू-कश्मीर के लद्दाख सीट और अनंतनाग सीट के लिए पुलवामा और शोपियां जिलों में चुनाव होना है. चुनाव आयोग ने 94 हजार मतदान केंद्रों का निर्माण किया है और सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गये हैं. पांचवें और सबसे छोटे चरण में 8.75 करोड़ मतदाता 674 उम्मीदवारों के भविष्य तय करेंगे. इस चरण के साथ ही 424 सीटों पर चुनाव खत्म हो जायेंगे और शेष 118 सीटों पर 12 मई और 19 मई को चुनाव होंगे.
उत्तरप्रदेश में 14 सीटों पर बड़े राजनीतिक हस्तियों के बीच चुनावी टक्कर है जिनमें केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह और स्मृति ईरानी, संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी शामिल हैं. भाजपा ने 2014 में इनमें से 12 सीटों पर जीत हासिल की थी और कांग्रेस ने रायबरेली और अमेठी सीटों पर कब्जा बरकरार रखा था. पूरे राज्य में 80 सीटों में से केवल इन्हीं दो सीटों पर कांग्रेस को फतह मिली थी. अमेठी और रायबरेली में सपा-बसपा गठबंधन ने अपने उम्मीदवार नहीं उतारे हैं और इन दोनों सीटों को कांग्रेस के लिए छोड़ रखा है. केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह लखनऊ से दोबारा मैदान में हैं, जबकि स्मृति ईरानी अमेठी में राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ रही हैं. राजस्थान में 12 लोकसभा सीटों पर जिन 134 उम्मीदवारों की किस्मत तय होनी है उनमें दो पूर्व ओलिंपिक खिलाड़ी, एक पूर्व आईएएस अधिकारी और एक पूर्व आईपीएस अधिकारी शामिल हैं. इस चरण के बाद राजस्थान में चुनाव खत्म हो जायेंगे. राजस्थान में राज्यवर्द्धन राठौर, कृष्णा पुनिया, अर्जुन राम मेघवाल प्रमुख उम्मीदवार हैं.
पश्चिम बंगाल में सभी सात सीटों पर तृणमूल कांग्रेस, भाजपा, कांग्रेस और माकपा के बीच चतुष्कोणीय मुकाबला है. 2014 के चुनावों में तृणमूल कांग्रेस ने सभी सात सीटों पर जीत दर्ज की थी. बिहार में पांच सीटों में से हाजीपुर जहां लोक जनशक्ति पार्टी का गढ़ है, वहीं सारण राजद का गढ़ माना जाता है. तीन अन्य संसदीय क्षेत्र हैं मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी और मधुबनी. झारखंड में चार सीटों हजारीबाग, कोडरमा, रांची और खूंटी में चुनाव होने वाले हैं. केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा हजारीबाग से फिर से चुनाव मैदान में हैं. मध्यप्रदेश में सात सीटों टीकमगढ़, दामोह, खजुराहो, सतना, रीवा, होशंगाबाद और बेतुल में चुनाव होंगे जहां 2014 में भाजपा ने जीत दर्ज की थी. लद्दाख में चार उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं. भाजपा से जहां सेरिंग नामग्याल मैदान में हैं वहीं कांग्रेस से रिगजिन स्पालबार हैं और दो उम्मीदवार निर्दलीय हैं. लोकसभा की 542 सीटों के लिए सात चरणों में 11 अप्रैल से 19 मई के बीच चुनाव हो रहे हैं. मतगणना 23 अप्रैल को होगी.