नयी दिल्ली : कांग्रेस ने चुनाव आयोग द्वारा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के चुनाव प्रचार पर तीन दिनों तक रोक लगाने पर खुशी जताते हुए कहा कि नफरत के बोल वाली जुबान पर ताला लग गया है.
पार्टी प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने संवाददाताओं से कहा, नफरत के राग अलापने वालों पर जुबान पर चुनाव आयोग ने ताला लगाया. हमारी शिकायत पर यह हुआ है. हमें खुशी है कि हमारी शिकायत पर आयोग ने यह कदम उठाया है. उन्होंने कहा, बिष्ट जी (योगी) और भाजपा से जुड़े कुछ अन्य लोग अपने संवैधानिक पद का दुरुपयोग करते हैं. अब उस पर आंशिक रूप से रोक लग गयी है. सिंघवी ने दावा किया, मूल बात है कि ऐसे व्यक्ति अपने और अपनी पार्टी के फायदे के लिए जो होता है वो कह देते हैं. ये लोग चेतावनी को सम्मान के तमगे की तरह लेते हैं. चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और बसपा प्रमुख मायावती को सांप्रदायिक बयान देने के कारण अलग-अलग अवधि के लिए चुनाव प्रचार करने से प्रतिबंधित कर दिया है.
आयोग ने सोमवार को इस बारे में आदेश जारी कर योगी को मंगलवार (16 अप्रैल) को सुबह छह बजे से अगले 72 घंटे तक और मायावती को इसी समय से अगले 48 घंटे तक किसी भी प्रकार के चुनाव प्रचार अभियान में हिस्सा लेने से रोक दिया है. मायावती को उत्तर प्रदेश के देवबंद में एक जनसभा के दौरान मुस्लिम मतदाताओं से एक पार्टी को वोट नहीं देने की अपील करने पर आयोग ने चुनाव आचार संहिता का दोषी पाया था. जबकि योगी को मेरठ में एक जनसभा में ‘अली’ और ‘बजरंग बली’ से जुड़े विवादित बयान देने के कारण आचार संहिता का दोषी करार देते हुये भविष्य में ऐसे बयान नहीं देने की चेतावनी जारी की थी.