नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को भाजपा सांसदों को संबोधित करेंगे जिसमें पार्टी के प्रमुख संगठनों की लंबी बैठक होगी. प्रधानमंत्री ऐसे समय में पार्टी सांसदों को संबोधित करनेवाले हैं जब भाजपा को 2014 में सत्ता संभालने के बाद पहली बार ऐसे महत्वपूर्ण राज्यों में विधानसभा चुनाव में पराजय का सामना करना पड़ा जहां कई बार से उसकी सरकार थी.
इन राज्यों के चुनाव परिणाम मंगलवार को आये थे़ भाजपा को मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस के हाथों पराजय का सामना करना पड़ा जहां वह सत्ता में थी. तेलंगाना में मजबूत ताकत के रूप में उभरने के भाजपा के प्रयासों को भी परिणामों से झटका लगा है जहां उसे एक सीट से संतोष करना पड़ा. पहले वहां पार्टी की पांच सीटें थीं. मिजोरम में भाजपा को एक सीट पर जीत मिली. कांग्रेस को मिजोरम और तेलंगाना में पराजय का सामना करना पड़ा. यूं तो संसद सत्र के दौरान प्रधानमंत्री मोदी लगभग हर सप्ताह भाजपा संसदीय पार्टी को संबोधित करते हैं, लेकिन इस बार उनका भाषण महत्वपूर्ण होगा क्योंकि यह कुछ राज्यों में पार्टी की पराजय की पृष्ठभूमि में होगा.
समझा जाता है कि वह अपने भाषण के दौरान चुनाव परिणाम के पहलुओं का जिक्र कर सकते हैं, साथ ही 2019 के लोकसभा चुनाव अभियान की रूपरेखा के बारे में कुछ कह सकते हैं. सूत्रों ने बताया कि बाद में पार्टी अध्यक्ष अमित शाह भाजपा के राष्ट्रीय पदाधिकारियों, प्रदेश इकाई के अध्यक्षों की बैठक की अध्यक्षता करेंगे. बैठक दोपहर से शुरू होगी और शाम तक चलेगी. सूत्रों ने बताया कि बैठक की योजना चुनाव परिणाम की घोषणा से पहले तैयार की गयी थी. बैठक में संगठनात्मक मुद्दों पर पार्टी नेताओं की राय भी ली जायेगी.