नयी दिल्ली : अपनी कई मांगों को लेकर सरकार पर दबाव बनाने के उद्देश्य से देश की राजधानी दिल्ली में कई प्रदेश के किसान गुरुवार को जुटने लगे हैं. इन किसानों में तमिलनाडु के किसान भी हैं जिन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर उन्हें शुक्रवार को संसद भवन नहीं जाने दिया गया तो वो नग्न होकर मार्च करेंगे.
किसानों का ये समूह आत्महत्या कर चुके अपने साथी किसानों की खोपड़ियां लेकर विरोध प्रदर्शन में शामिल होने गुरुवार को दिल्ली पहुंचा. किसान समूह के नेता पी. अय्याकन्नू ने कहा कि दक्षिण भारतीय नदी जोड़ कृषक संगठन के करीब 1200 किसान गुरुवार सुबह राष्ट्रीय राजधानी पहुंचे हैं. ये किसान कर्ज माफी और फसलों के उचित मूल्यों की मांग को लेकर गुरुवार को रामलीला मैदान और शुक्रवार को संसद मार्ग पर होने वाले मार्च में हिस्सा लेंगे.
अय्याकन्नू ने कहा कि वो त्रिची और करूर से भी इस संगठन से जुड़े किसानों के दिल्ली पहुंचने उम्मीद कर रहे थे. पी. अय्याकन्नू ने कहा उनकी मुख्य मांग कर्जमाफी, लाभकारी फसल मूल्य और किसानों को हर महीने पांच हजार रुपये की पेंशन देना है. उन्होंने कहा कि हमारी मुख्य कृषि गतिविधियों में धान रोपाई, कपास की खेती और नारियल और केले की बागवानी शामिल है. तमिलनाडु में कर्ज नहीं चुका पाने की वजह से 700 से ज्यादा किसान आत्महत्या कर चुके हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास पानी नहीं है और बीते पांच साल से सूखा जैसे हालात का सामना कर रहे हैं. इस साल भी हमें तूफान के कारण भुगतना पड़ा है.’ किसान नेता ने कहा, ‘‘अगर संसद जाते समय पुलिस ने हमें रोकने की कोशिश की तो हम नग्न होकर प्रदर्शन करेंगे." पिछले साल, किसानों के इस समूह ने खेती में हुए नुकसान के बाद आत्महत्या करने वाले अपने आठ साथियों की खोपड़ियां लेकर जंतर मंतर पर प्रदर्शन किया था.