नयी दिल्ली/रायपुर : छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के बहिष्कार के लिए नक्सलियों की धमकी के बीच राज्य में मतदान के पहले चरण के तहत 18 सीटों पर 70 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया. चुनाव आयोग ने यह जानकारी दी. सुकमा जिले के जिले के पालाम अडगु गांव में 15 वर्ष बाद लोगों ने मतदान किया.
वरिष्ठ उप चुनाव आयुक्त उमेश सिन्हा ने बताया कि मतदान प्रतिशत में बढ़ोतरी हो सकती है क्योंकि अभी अंतिम आंकड़े मिलने बाकी हैं. छत्तीसगढ़ की 90 विधानसभा सीटों में से पहले चरण के चुनाव में 18 सीटों के लिए मतदान हुआ. चुनाव आयोग के अनुसार शाम 5.30 बजे तक कुल मतदान प्रतिशत 58.55 था. आयोग ने बताया कि कोंडागांव में 61.47 प्रतिशत, केशकाल में 63.51 प्रतिशत, कांकेर में 62 प्रतिशत, बस्तर में 58 प्रतिशत, दंतेवाड़ा में 49 प्रतिशत, खैरागढ़ में 70.14 प्रतिशत, डोंगरगढ़ में 71 प्रतिशत, डोंगरगांव में 71 प्रतिशत और खुज्जी विधानसभा सीट के लिए 72 प्रतिशत मतदान हुआ. इन 18 में से 12 सीटें अनसूचित जनजाति के लिए और एक सीट अनसूचित जाति के लिए आरक्षित है. राज्य में 72 विधानसभा सीटों के लिए 20 नवंबर को मतदान होगा और परिणामों की घोषणा 11 दिसंबर को होगी.
राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के अधिकारियों ने सोमवार को यहां बताया कि पहले चरण के तहत 10 विधानसभा सीटों पर सुबह सात बजे मतदान शुरू हुआ, वहीं आठ सीटों पर एक घंटे बाद, आठ बजे मतदान प्रारंभ हुआ. उन्होंने बताया कि दोपहर साढ़े तीन बजे तक लगभग 65 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग कर लिया था. राज्य के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने बताया कि दंतेवाड़ा जिले में नक्सलियों ने बारूदी सुरंग में विस्फोट कर सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की. अधिकारियों ने बताया कि जिले के तुमाकपाल-नयानार मार्ग पर नक्सलियों ने विस्फोट किया था. इस घटना में किसी के भी हताहत होने की सूचना नहीं है. मतदान दल सुरक्षित मतदान केंद्र तक पहुंच गया था.
उन्होंने बताया कि नक्सल प्रभावित मोहला-मानपुर, अंतागढ़, भानुप्रतापपुर, कांकेर, केशकाल, कोंडागांव, नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर और कोंटा में सुबह सात बजे से दोपहर तीन बजे तक मतदान हुआ. वहीं, विधानसभा क्षेत्र खैरागढ़, डोंगरगढ़, राजनांदगांव, डोंगरगांव, खुज्जी, बस्तर, जगदलपुर और चित्रकोट में सुबह आठ बजे मतदान प्रारंभ हुआ जो शाम पांच बजे तक चला. जिन विधानसभा क्षेत्रों में जहां मतदानहुआ वहां सुबह से ही मतदाताओं की कतार लग गयी थी. महिला मतदाता भी बड़ी संख्या में मतदान केंद्रों के सामने पहुंच गयीं थीं. युवा मतदाताओं में उत्साह देखा गया. वहीं, कई बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं ने भी अपना मताधिकार का प्रयोग किया.
सोमवार को मतदान के दौरान मंत्री केदार कश्यप, सांसद विक्रम उसेंडी, कांग्रेस की उम्मीदवर देवती कर्मा समेत अन्य भाजपा और कांग्रेस के नेताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. अधिकारियों ने बताया कि नक्सल प्रभावित नारायणपुर जिले में आत्मसमर्पित नक्सल दंपती मैंनूराम और राजबत्ती ने भी मतदान किया. इस दंपती ने दिसंबर वर्ष 2014 में समर्पण किया था. राजबत्ती किसकोड़ों दलम (एलओएस) की कमांडर रही है. वहीं, मैंनूराम इसी दल का मिलीशिया सदस्य रहा है. वर्तमान में वह राजमिस्त्री का काम कर रहा है.
राज्य के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने बताया कि नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले के पामेड क्षेत्र में नक्सलियों ने पुलिस दल पर हमला कर दिया. घटना में सीआरपीएफ के दो अधिकारियों समेत पांच सुरक्षाकर्मी घायल हुए हैं. वहीं, राज्य के सुकमा जिले के पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा ने बताया कि क्षेत्र में नक्सलियों के विरोध के बाद भी ग्रामीण मतदान करने निकले. मीणा ने बताया कि जिले के पालाम अडगु गांव में 15 वर्ष बाद लोगों ने मतदान किया. उन्होंने बताया कि कोंटा विधानसभा क्षेत्र के सेंदुरगुड़ा में वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव में केवल पांच मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया था. वहीं इस बार 315 मतदाताओं ने मताधिकार का उपयोग किया है. जिले के मुकरम मतदान केंद्र में पिछले वर्ष मतदान नहीं हुआ था. इस बार वहां 156 मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया है.